लखनऊ: देश की संसद के दोनों सदनों में एक बिल के पारित होने के बाद आज पूरे देश में उस बिल का विरोध किया जा रहा है. हम बात कर रहे हैं नागरिकता संशोधन कानून यानि CAA की. नागरिकता संशोधन बिल के पास होते ही देशभर में इसके खिलाफ प्रदर्शन होने शुरू हो गए. दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी भी इस प्रदर्शन की आग से अछूता नहीं रहा. रविवार को इस एक्ट के विरोध में जामिया के छात्रों ने एक मार्च का आयोजन किया. देर शाम तक यह प्रदर्शन उग्र हो गया. देखते ही देखते ये प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतर आए और उन्होंने करीब आधा दर्जन गाड़ियों को आग लगा दी.
छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में छोड़ भी दिया गया. यह प्रदर्शन सुबह करीब चार बजे तक चला. वहीं सोमवार की सुबह जामिया के छात्र दोबारा प्रदर्शन करने लगे. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने कई गाड़ियों और बसों में आग भी लगा दी.
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जामिया की आग अभी शांत भी नहीं हुई तब तक उत्तर प्रदेश में भी प्रदर्शन की सुगबुगाहट दिखने लगी. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे छात्र अचानक उग्र हो गए और पूरे यूनिवर्सिटी कैम्पस को अखाड़ा बनने में ज्यादा समय नहीं लगा. इस प्रदर्शन को देखते हुए जिले में इंटरनेट सेवा बंद करनी पड़ी. इसके साथ ही यूनिवर्सिटी को भी पांच जनवरी तक बंद कर दिया गया.
एक तरफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों का प्रदर्शन चल रहा था, तो वहीं प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नदवा कॉलेज में भी छात्रों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. सोमवार की सुबह नदवा कॉलेज के छात्र उग्र हुए और पुलिस पर पत्थरबाजी की. किसी तरह से पुलिस ने पत्थरबाजी पर काबू पाया, लेकिन दोपहर तक एक बार फिर पत्थरबाजी की घटना सुनने को मिली. हालांकि नदवा कॉलेज प्रशासन ने कॉलेज को पांच जनवरी तक बंद करते हुए सभी छात्रों को घर जाने की हिदायत दी. साथ ही कॉलेज प्रशासन ने पत्थरबाजी करने वाले छात्रों की पहचान कराने में पुलिस का सहयोग करने की बात भी कही.
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अलीगढ़, जामिया और नदवा के बाद देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार बीएचयू में भी झड़प देखने को मिली. एक तरफ आईसा, एनएसयूआई और लेफ्ट के छात्रों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए लाठीचार्ज का विरोध किया, तो वहीं देर शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने CAA और NRC का समर्थन किया. सोमवार की शाम बीएचयू के सिंह द्वार पर दोनों संगठनों के छात्र आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे के विरोध में जमकर नारेबाजी की.