लखनऊ: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) को करीब 3 महीने बाद नया कुलपति मिला है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्राविधिक विश्वविद्यालय के मौजूदा कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय को एकेटीयू का नया कुलपति नियुक्त किया है. प्रोफेसर पांडे कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से 3 वर्ष की अवधि के लिए एकेटीयू के कुलपति नियुक्त किए गए हैं. ज्ञात हो कि इससे पहले फरवरी में पूर्व कुलपति प्रोफेसर पीके मिश्रा ने अपने खिलाफ राजभवन से जांच गठित होने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद राजभवन ने मार्च में नए कुलपति की नियुक्ति के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की थी.
प्रोफेसर जेपी पांडेय इससे पूर्व डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक के पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. विश्वविद्यालय में परीक्षा नियंत्रक रहने के दौरान उन्होंने परीक्षा सुधार के लिए कई व्यापक कदम उठाए थे. प्रोफेसर पांडेय के कार्यकाल में ही एकेटीयू में डिजिटल मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू हुई थी. इन्होंने कैरी ओवर परीक्षाओं का आयोजन कराकर बीटेक करने से वंचित रह गए हजारों छात्रों के करिअर को नया स्वरूप दिया था.
विवादों में आने के बाद प्रोफेसर पीके मिश्रा ने अपने पद से दिया था त्यागपत्र
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय पिछले साल नवंबर में पूर्व कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक के ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप के बाद अचानक से सुर्खियों में आ गया था. प्रोफेसर पाठक के खिलाफ एसटीएफ ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. इसके बाद विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितताओं सहित कई चीजें सामने आने लगी थीं. इसी कड़ी में विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर पीके मिश्रा ने प्रोफेसर विनय कुमार पाठक के समय हुईं नियुक्तियों व वित्तीय अनियमितता की जांच कराने के साथ ही इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी थी. बाद में एकेटीयू के घटक संस्थान इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी आईईटी के पूर्व निदेशक प्रोफेसर विनीत कंसल और एके ट्यूब के पूर्व परीक्षा नियंत्रक अनुराग त्रिपाठी की शिकायत पर राजभवन ने प्रोफेसर मिश्रा के खिलाफ पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था. अपने खिलाफ जांच कमेटी बनने के बाद प्रोफेसर मिश्रा ने विश्वविद्यालय के कुलपति के पद से त्यागपत्र दे दिया था.
यह भी पढ़ें: पॉलिटेक्निक में डेट फिर बढ़ाने की तैयारी, प्रचार के अभाव में विद्यार्थियों ने नहीं भरे आवेदन फॉर्म