लखनऊ: बाइक बोट घोटाले की जांच कर रही ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई करते हुए एसटीएफ की मदद से पचास हजार के इनामी ललित कुमार को गिरफ्तार किया है. बाइक बोट घोटाले को अंजाम देने में ललित कुमार की अहम भूमिका रही है. ईओडब्ल्यू को लंबे समय से ललित कुमार की तलाश थी, जिसको लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे थे. आरोपी मेरठ का रहने वाला है, जिसपर नोएडा पुलिस ने पचास हजार का इनाम घोषित किया था.
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार ललित कुमार ने घोटाले के मुख्य आरोपी संजय भाटी के साथ मिलकर लोगों को लाभ का लालच देकर घोटाले में फंसाया था. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार ललित कुमार ने सुनियोजित तरीके से वर्ष 2018 में लोगों में भ्रम फैलाने के लिए 32 बाइक खरीदी और उस पर प्रतिमाह लगभग तीन लाख बारह हजार रुपये कंपनी से रिटर्न प्राप्त करने की जानकारी आम जनता में फैलाई.
ललित कुमार ने संजय भाटी के साथ मिलकर लोगों में कंपनी द्वारा अधिक लाभ दिए जाने का संदेश देने के लिए कंपनी के नाम पर एक बड़ा आयोजन किया, जिसमें कंपनी की ओर से ललित कुमार को एक फॉर्च्यूनर गाड़ी भेंट स्वरूप दी गई. लोगों को यह महसूस कराने के लिए षड्यंत्र रचा की कंपनी से उसे काफी फायदा हो रहा है, जिसके बाद लोगों ने कंपनी में इन्वेस्ट किया और जब लोगों का पैसा कंपनी के पास पहुंच गया तो कंपनी ने रिटर्न वापस करना बंद कर दिया. पिछले लंबे समय से पुलिस ललित कुमार की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही थी, लेकिन ललित कुमार को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता नहीं मिल रही थी. हालांकि ललित कुमार की फॉर्च्यूनर गाड़ी को नोएडा पुलिस ने बरामद किया था, जो नोएडा पुलिस लाइन में खड़ी है.