लखनऊः राजनीति करने वाले विभिन्न दलों के नेता रात में सोते ही रह गए और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने बाजी मार ली. प्रियंका का दिल्ली से लखनऊ का दौरा सोमवार को शुरू होना था. सुबह 9:30 बजे लखनऊ एयरपोर्ट पर उनकी फ्लाइट लैंड होनी थी, लेकिन लखीमपुर में किसानों के साथ हुई घटना को लेकर प्रियंका ने गंभीरता दिखाई और रविवार रात ही दिल्ली से लखनऊ के लिए उड़ान भर दी.
सो रहे थे विपक्षी दल, प्रियंका ने जगा दिया
लखनऊ पहुंचते ही उन्होंने जरा भी देरी किए बिना लखीमपुर की तरफ रात में ही कूच कर दिया. इधर पार्टियों के नेता सोमवार सुबह लखीमपुर जाने की तैयारी कर सो गए थे, उधर प्रियंका रात भर जागकर सड़क मार्ग से सीतापुर की सीमा में दाखिल हो गईं. सुबह जब पार्टियों के नेता नींद से जागे तब उन्हें एहसास हुआ कि बाजी तो प्रियंका के हाथ लग गई है. आखिर में अन्य पार्टियों के नेताओं ने औपचारिकता पूरी करते हुए लखनऊ की सड़कों पर प्रदर्शन किया. लखीमपुर की तरफ कूच किया. हालांकि इसमें वह नाकाम रहे. प्रदर्शन करने वालों में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और यूपी प्रभारी संजय सिंह शामिल थे.
आसान नहीं रहा प्रियंका का सफर
रात में बारिश हो रही थी, लेकिन प्रियंका ने अपने कदम लखनऊ से लखीमपुर के लिए बढ़ा दिए. लखीमपुर की सीमा में दाखिल होने तक प्रियंका का सफर बिल्कुल आसान नहीं रहा. वे पैदल भी चलीं अपनी गाड़ी से भी आगे बढ़ीं, इतना ही नहीं आम व्यक्ति की गाड़ी से लिफ्ट भी ली. पुलिस से उनकी कई बार झड़प भी हुई. रात में ही वे सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगीं. प्रियंका इस जिद पर अड़ गईं कि जब तक मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात नहीं हो जाएगी, उनके कदम वापस लखनऊ की तरफ नहीं जाएंगे.
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प्रदेश भर में सक्रिय रहे कांग्रेस कार्यकर्ता
अपनी नेता प्रियंका गांधी के समर्थन में प्रदेश भर में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सोमवार को पूरे दिन सक्रिय रहे. बात अगर लखनऊ की करें तो पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, नेता विधान मंडल दल आराधना मिश्रा 'मोना', इमरान मसूद को हाउस अरेस्ट कर दिया गया. मीडिया के जरिए अपनी नेता के समर्थन में लगातार दिनभर आवाज उठाते रहे. नेताओं ने प्रियंका गांधी को शेरनी बताया.
कानपुर में अखिलेश ने बाजी मारी तो प्रियंका ने दिया जवाब
हाल ही में गोरखपुर में एक व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या हो गई थी. मनीष कानपुर के निवासी थे. कानपुर में भी मनीष के परिजनों से मिलने के लिए नेताओं में होड़ सी लग गई थी. इस मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अन्य पार्टियों के नेताओं पर भारी पड़े. सबसे पहले अखिलेश ही मनीष के घर पहुंचे. हालांकि यहां पर भी अगर देखा जाए तो मनीष के परिजनों से फोन पर बात करने में प्रियंका ही आगे रहीं, लेकिन अखिलेश जब घर पहले पहुंच गए तो फिर प्रियंका नहीं गईं. लखीमपुर में किसानों के मामले में प्रियंका ने एक बार फिर अखिलेश को जवाब दे दिया कि सक्रियता में वह अखिलेश से कहीं आगे हैं.
क्या कहते हैं कांग्रेस प्रवक्ता
यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव का कहना है कि चुनाव तो सभी लड़ते हैं. जनता के लिए चुनाव से पहले उनके मुद्दे पर संघर्ष तो केवल हमारी नेता प्रियंका गांधी ही कर रही हैं. वे इंदिरा गांधी की पोती हैं. जननेता प्रियंका गांधी जब बारिश में आधी रात को किसानों के साथ खड़ी होने जा रही थीं. तब बाकी विपक्ष के नेता एसी में लखनऊ में सो रहे थे. हाथरस, उन्नाव, बागपत, आजमगढ़, लखीमपुर, उम्भा-सोनभद्र फिर से लखीमपुर में संकट के बादल छाए तो प्रदेश में सबसे पहले प्रियंका गांधी खड़ी हुईं.