लखनऊ: ठाकुरगंज में पुलिस ने सोमवार को प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड को पकड़ा है, जो भोले-भाले लोगों को अपने आपको डूडा का कर्मचारी बताकर डूडा कॉलोनी में मकान दिलाने के नाम पर ठगी करता था. आरोपी सिक्योरिटी गार्ड के खिलाफ इंदिरानगर निवासी सिराज अली ने दो साल पहले ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद से सिक्योरिटी गार्ड फरार चल रहा था.
पुलिस के मुताबिक, इंदिरानगर के रहने वाले सिराज अली (35) ने दो साल पहले 8 नवम्बर 2021 को शिकायत की थी कि उनको डूडा कॉलोनी बसंत कुंज ठाकुरगंज में मकान की जरूरत थी. वह मकान की तलाश में थे. तभी उनकी मुलाकात तम्बाकू मण्डी चौपटिया सआदतगंज निवासी मो. अशफाक से हुई. उसने अपना परिचय डूडा कर्मचारी बाबू के रूप में दिया और यकीन दिलाने के लिए बसंत कुंज कॉलोनी में खाली पड़े मकानों को दिखाया. मकान पसंद आने पर पीड़ित ने अशफाक को कुल 2 लाख 25 हजार रुपये दे दिए और अशफाक ने मकान के आवंटन के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर दे दिए. जब डूडा कर्मचारी कॉलोनी में चेकिंग के लिए आए तो उन लोगों ने दस्तावेजों को फर्जी बताया और अशफाक नाम के किसी भी कर्मचारी का डूडा में न होने की बात कही. इसके बाद वे अशफाक से मिलने पहुंचे तो वह अपने दिए गए पते पर नहीं मिला. इसके बाद पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज कराई.
एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि पुलिस ने एक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड को गिरफ्तार किया है. उसने डूडा कर्मचारी बन मकान दिलाने के नाम पर पीड़ित से ठगी की थी. आरोपी पिछले दो सालों से फरार चल रहा था.
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