लखनऊ : उत्तर प्रदेश के 20 रूटों पर रोडवेज बसों के साथ ही प्राइवेट बसें भी दौड़ती नजर आएंगी. काफी दिन से इन रूटों पर प्राइवेट बसों के संचालन को लेकर सहमति नहीं बन पा रही थी, लेकिन अब राज्य परिवहन प्राधिकरण ने इन 20 रूटों पर प्राइवेट बसों के संचालन को ग्रीन सिग्नल दे दिया है.
परमिट मिलने के बाद अब तकरीबन 220 प्राइवेट बसें प्रदेश के विभिन्न रूटों पर संचालित की जाएंगी. सोमवार को परिवहन आयुक्त मुख्यालय पर राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह ने परमिट की मंजूरी दी. बैठक में रोडवेज बसों के 35 परमिटों पर भी मंजूरी मिली.
ठेका गाड़ी की बढ़ाई गई आयु सीमा
राज्य परिवहन प्राधिकरण के सचिव भीमसेन सिंह के मुताबिक बैठक में न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में विभिन्न परमिट आवेदनों पर विचार करते हुए मंजूरी दी गई. उन्होंने बताया कि "उत्तर प्रदेश में जारी होने वाले ठेका गाड़ी परमिटों से आच्छादित वाहनों की आयु सीमा 9 साल से बढ़ाकर 12 साल कर दिया गया है. बैठक में उप निदेशक यातायात नेजाम हसन, विशेष सचिव एवं अपर विधि परामर्श अतुल सिंह और प्राधिकरण के सदस्य उपस्थित रहे.
इन रूटों पर होगा प्राइवेट बसों का संचालन
रामपुर से स्वार, गाजियाबाद से दिल्ली, झांसी से टीकमगढ, धुवारा, राठ, भाण्डेर, मदनपुर, दतिया, गौना के अलावा सहारनपुर से विकासनगर, मथुरा से भरतपुर, नहटौर से कोटद्वार, नगीना से कालागढ़, दतिया से समथर, बसई, छतरपुर, ललितपुर से मुगावली, चंदेरी से टीकमगढ़, खजुराहो से महोबा और महोबा से नौगांव रूट पर बसों का संचालन होगा.