लखनऊ. राजधानी के किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में इलाज करा रहा कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया. फरार कैदी का शव इटौंजा थाना क्षेत्र की एक आम की बाग में पेड़ से लटका मिला. कैदी के फरार होने के बाद शव मिलने की घटना से पुलिस की कार्यशैली और लापरवाही पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. वहीं पुलिस के अनुसार कैदी कैंसर आदि गंभीर बीमारियों से पीड़ित था. इसकी वजह से उसने यह कदम उठाया. पुलिस मामले की जांच की बात कह रही है.
एसपी ग्रामीण डॉक्टर हृदयेश कठेरिया (SP Rural Dr Hridayesh Katheria) के मुताबिक विशंभर मूलरूप से लखीमपुर खीरी के तेतारपुर फूलबेहड़ का निवासी था. वह हत्या के मामले में शाहजहांपुर जेल में सजा काट रहा था. विशंभर को कैंसर था और इलाज के लिए उसे 20 अक्टूबर को शताब्दी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मंगलवार की रात मौका पाकर वह भाग निकला. इस बाबत चौक थाने में मामला दर्ज कराया गया.
बृहस्पतिवार सुबह विशंभर का शव सीतापुर हाईवे किनारे इटौंजा थाने के बेलवा गांव स्थित जगदीश की आम के बाग में गमछे के सहारे पेड़ से लटका मिला. विशंभर की जेब से मिले कागजातों के आधार पर उसकी शिनाख्त की गई. इसके बाद उसके परिजनों को सूचना दी गई है. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के अनुसार बीमारी और सजा से परेशान होकर विशंभर ने अस्पताल से भाग कर आत्महत्या कर ली है. अस्पताल से भागने के मामले में प्रथमदृष्टया पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आ रही है. इसकी गहर जांच कराई जाएगी.