लखनऊ: तबलीगी जमात पर विवादित बयान के चलते डॉक्टर आरती लालचंदानी का ट्रांसफर कर दिया गया है. अभी तक वह कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में बतौर प्रिंसिपल तैनात थीं. मेडिकल कॉलेज से ट्रांसफर के बाद अब उनकी तैनाती लखनऊ स्थित महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा कार्यालय में कर दी गई है.
दरअसल, डॉक्टर आरती लालचंदानी जब कानपुर मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल थी उस समय उन्होंने कोरोनावायरस के संक्रमण के फैलाव को तबलीगी जमात से जोड़ते हुए विवादित बयान दिया था. उनके इस बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो के वायरल होने के बाद शासन स्तर से उनपर कार्रवाई का फैसला किया गया.
डॉक्टर आरबी कमल बने कार्यवाहक प्रिंसिपल
डॉक्टर आरती लालचंदानी के ट्रांसफर के बाद अब डॉक्टर आरबी कमल को कानपुर स्थित गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज का कार्यवाहक प्राचार्य बनाया गया है. डॉक्टर आरती लालचंदानी का नाम किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के नए कुलपति की सर्च लिस्ट में भी शामिल किया गया था, लेकिन कोरोना वायरस के लिए तबलीगी जमात पर टिप्पणी करने के बाद से वह केजीएमयू में वीसी पद की दौड़ से बाहर हो गई.
तबलीगी जमात पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले वीडियो के वायरल होने के बाद डॉक्टर आरती लालचंदानी चर्चा में आईं थीं. उसके बाद विभिन्न राजनैतिक और सामाजिक संगठन उनका विरोध करने लगे थे. यह लोग राज्यपाल और मुख्यमंत्री से उन्हें पद से हटाने की भी मांग कर रहे थे.