लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूल 1 जुलाई से खुल जाएंगे. हालांकि ये स्कूल सिर्फ शिक्षकों के लिए खुलेंगे छात्रों के लिए नहीं. इसके लिए प्रदेश के बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं. बेसिक शिक्षा निदेशक की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में 1 जुलाई से सभी शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को उपस्थित होना होगा.
अनलॉक होने के बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और तमाम तरह के प्रतिबंध हटाए जा रहे हैं. जहां एक तरफ सरकारी विभाग खुल गए हैं वहीं अब प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को 1 जुलाई से आने का आदेश जारी किया गया है.
बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को स्कूलों में उपस्थित होकर मिड-डे मील का राशन और कुकिंग लागत अभिभावकों के खाते में जमा करानी होगी. बच्चों को नि:शुल्क स्कूल ड्रेस और पुस्तकें वितरित करनी होंगी.
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शारदा कार्यक्रम के तहत शिक्षकों को करना होगा काम
इसके साथ ही शारदा कार्यक्रम के तहत आउट ऑफ स्कूलों के बच्चों को चिन्हित कर स्कूल से जोड़ने होगा. समर्थ कार्यक्रम के तहत दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में शामिल करने को लेकर भी काम करना होगा. इसके साथ ही मानव संपदा पोर्टल और दीक्षा एप से जुड़े कार्य भी इस अवधि में करने होंगे.
कमेटी का किया गया गठन
बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम सिंह की तरफ जारी आदेश में अध्यन कार्य कब से शुरू किया जाएगा इसका जिक्र नहीं है. सरकार अभी स्कूलों में अध्ययन कार्य शुरू कराने के पक्ष में नहीं है. इसको लेकर एक कमेटी भी पिछले दिनों गठित की गई है, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर सरकार आगे फैसला लेगी.