संतकबीरनगर: यूपी के संतकबीरनगर जिले में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंचे. सूफी संत की नगरी मगहर में पहुंचकर राष्ट्रपति ने कबीर एकेडमी सहित विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इस दौरान राष्ट्रपति ने कबीर की समाधि पर मत्था टेकते हुए मजार पर चादर चढ़ाई. संत कबीर नगर जिले में पहुंचे राष्ट्रपति का यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल फूल गुलदस्ता भेंट करते हुए स्वागत किया.
सुबह 9:40 पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संत कबीर नगर जिले के मगहर पहुंचे. राष्ट्रपति ने कबीर की समाधि पर मत्था टेकते हुए लगभग 60 करोड़ की परियोजना का लोकार्पण किया. इस दौरान राष्ट्रपति ने कबीर समाधि स्थल के पास वृक्षारोपण भी किया.
राष्ट्रपति ने कहा कि महात्मा कबीर ने समाज से ऊंच नीच जाति पार्टी का भेद समाप्त करके समरसता स्थापित करने का कार्य किया. जिस समय उनका जन्म हुआ उस समय विदेशी आक्रांताओं का देश पर आक्रमण का दौर चल रहा था ऐसे कठिन परिस्थितियों में सूफी संत कबीर दास ने विश्व भर को शांति का संदेश दिया. पीर वही है जो दूसरे की पीड़ा समझता हूं और महात्मा कबीर सब की पीड़ा समझते थे. इस कारण वह सच्चे पीर थे. मगहर की अभिशप्त धरती पर आकर उन्होंने इसे स्वर्ग बना दिया. आज मगहर की पहचान पूरे विश्व में एक अलग रूप से बन चुकी है.
उन्होंने कहा कि कबीरदास बुनकर परिवार के थे और खुद भी कपड़ा बुनते थे, जिस प्रकार उन्होंने कपड़ा बुना उसी प्रकार उन्होंने प्रेम और सौहार्द के संदेश से सभी को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया. उनके विचार हर युग में प्रासंगिक रहेंगे. युवा उनके विचारों और दर्शन पर कबीर शोध संस्थान में शोध भी कर सकेंगे. राष्ट्रपति ने कहा कि बिहार का राज्यपाल रहने के दौरान और इसके बाद भी वह लगातार कबीर से संबंधित कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं.
बोधगया से वट वृक्ष मंगवा कर उन्होंने राष्ट्रपति भवन में भी स्थापित करवाया है. जिस प्रकार राष्ट्रपति भवन का वृक्ष विशाल हो चुका है उसी प्रकार कबीर चौरा परिसर में उनके द्वारा लगाए गए पौधे यहां पर आने वाले पर्यटकों को छाया दे सके. इसकी वह कामना करते हैं अपनी इन बातों से उन्होंने अधिकारियों को रोपित पौधों के संरक्षण के लिए प्रकार अंतर से संदेश भी दिया.
संत कबीर अकादमी के सभागार में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने अपने 13 मिनट के उद्बोधन में सामाजिक एकता और मगहर के विकास पर खुद को केंद्रित रखा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका मंच पर स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने उन्हें बखीरा के पीतल से बने संत कबीर की प्रतिमा और हथकरघा से बनी चादर भेंट की. केंद्र और प्रदेश की सरकार विभिन्न धर्मों से जुड़े स्थलों के विकास के लिए कार्य कर रही है. इसके पीछे पर्यटन केंद्र बनाने के साथ ही रोजगार सृजन का भी है. काशी विश्वनाथ में कोरियर कोरिडोर बन जाने से वहां हर दिन औसतन एक लाख लोग पहुंच रहे हैं।. इससे वहां रोजगार का सृजन भी हो रहा है. प्रधानमंत्रीजी ने मगहर में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया था यह गौरव का विषय है. देश के राष्ट्रपति द्वारा इसका लोकार्पण किया जा रहा है
उन्होंने कहा कि हर हर स्तर से सरकार रोजगार सृजन के साथ ही विकास के लिए संकल्पित है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के आभार ज्ञापन के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे पुलिसकर्मी राष्ट्रपति के आगमन को लेकर कबीर चौरा परिसर की सुरक्षा को तीन भागों में बांटा गया था. परिसर के बाहर की सुरक्षा व्यवस्था जनपद की पुलिस के हवाले रही परिसर के अंदर सुरक्षा व्यवस्था की कमान पीएससी के मध्य जोन के आईजी चंद्र प्रकाश के नेतृत्व में दिया गया था. जबकि सभागार में सुरक्षा व्यवस्था की कमान एनएसजी राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के कमांडो और अधिकारियों के हवाले की परिसर में मीडिया कर्मियों को छोड़कर सभागार में सिर्फ तीन सौ व्यक्तियों के प्रवेश की अनुमति थी. इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा पहले से पास जारी किया गया था बिना पास के किसी भी व्यक्ति को कबीर चौरा परिसर में भी प्रवेश नहीं करने दिया गया. पूरे परिसर को लग्न को 3 किलोमीटर की परिधि में नो फ्लाइंग जोन घोषित किया गया था.
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