लखनऊ : राजधानी के लोकबंधु कोविड-19 अस्पताल में भर्ती मरीजों को अब ऑक्सीजन की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा. शासन के निर्देश पर यहां नया ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की तैयारी चल रही है. हालांकि अभी इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन संभावना है कि जल्द इस प्रस्ताव पर मुहर लग जाएगी.
ऑक्सीजन की कमी से नहीं रुकेगी मरीजों की सांस
इसके बाद पीजीआई और केजीएमयू की तर्ज पर लोकबंधु अस्पताल में भी ऑक्सीजन का अपना प्लांट होगा. ऐसे में गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन के लिए दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा. लोकबंधु कोविड अस्पताल के 40 बेडों के आईसीयू में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए फिलहाल बाहर से सिलिंडर क्रय करना पड़ता है. सभी सिलिंडरों को एक स्थान पर लगाकर पाइप के जरिए आइसीयू तक ऑक्सीजन पहुंचाई जाती है. इस दौरान सिलिंडर खत्म होने पर ऑक्सीजन सप्लाई में बाधा पैदा हो जाती है. वहीं कई बार सिलिंडर मिलने में देरी भी हो जाती है. इसके लिए बार-बार पत्राचार करना पड़ता है. तब जाकर ऑक्सीजन सिलिंडर की आपूर्ति हो पाती है.
ऑक्सीजन लीकेज से अटक चुकी है मरीजों की सांस
करीब दो-तीन माह पहले आइसीयू में भर्ती कई कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन सप्लाई अचानक बंद होने से उनकी सांस अटक गई थी. पता चला कि पाइप लाइन में लीकेज की वजह से ऑक्सीजन सप्लाई बाधित हो गई थी. आनन-फानन में डॉक्टरों ने अपनी सूझबूझ से आईसीयू में भर्ती मरीजों को अलग से सिलिंडर लगाकर तत्काल सप्लाई को चालू कर दिया था. अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था. इस तरह के हादसों से बचने के लिए ऑक्सीजन प्लांट का होना जरूरी है. इसमें वैकल्पिक ऑक्सीजन सप्लाई की भी व्यवस्था होती है.
लोकबंधु कोविड-19 अस्पताल की सीएमएस डॉ. अमिता यादव ने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट पर अभी सिर्फ चर्चा हो रही है. इसलिए इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी. हमारा प्रयास यही है कि आईसीयू में भर्ती मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन की सप्लाई किसी भी तरीके से उपलब्ध हो सके.