लखनऊ : शहर की सरकार की शपथ की तैयारी तेजी से की जा रही है. नवनिर्वाचित महापौर और पार्षदों की शपथ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में की जाएगी. उसके बाद सदन की पहली बैठक आयोजित करके शहर के विकास कार्यों के लिए बजट मंजूरी प्रदान की जाएगी. लखनऊ नगर निगम प्रशासन के स्तर पर शहर की सरकार की शपथ की तैयारियों को आगे बढ़ाया जा रहा है. शासन से तारीख तय होते ही इस काम को कराया जाएगा और सदन में बैठक करके राजधानी के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए बजट मंजूर किया जाएगा.
इसी महीने के अंतिम सप्ताह में होगी शपथ
जानकारी के अनुसार, नवनिर्वाचित महापौर व 110 पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह इसी महीने के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा. राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों की सूची और अधिसूचना के बाद नगर विकास विभाग की तरफ से शपथ ग्रहण कराने को लेकर आदेश जारी होते ही यह आयोजन कराया जाएगा. लखनऊ के गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजन कराये जाने की तैयारी लगभग पूरी की जा चुकी है. शासन से दिशा निर्देश मिलते ही नगर निगम आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम करेगा.
कमिश्नर रोशन जैकब दिलाएंगी शपथ
जानकारी के अनुसार, लखनऊ की कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब द्वारा नवनिर्वाचित महापौर सुषमा खरकवाल को शपथ दिलाएंगी. शपथ ग्रहण के बाद निवर्तमान मेयर संयुक्ता भाटिया उन्हें गदा सौंपेंगी. परंपरा के तहत नवनिर्वाचित महापौर सुषमा खरकवाल एक विशेष गाउन पहनकर शपथ ग्रहण करेंगी. समारोह में पार्षद व उनके सीमित परिवारजनों को भी आमंत्रित किया जाएगा.
सरकारी आवास और इनोवा कार सहित मिलेंगी कई सुविधाएं
प्रोटोकॉल के मुताबिक, शहर की प्रथम नागरिक को नगर निगम की ओर से सरकारी सुविधाओं को उपलब्ध कराया जाएगा. इसके लिए अधिकारी तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं. महापौर को चलने के लिए इनोवा कार मिलेगी. नवनिर्वाचित महापौर वृंदावन में एक अपार्टमेंट रहती हैं, अभी यह तय नहीं है कि महापौर अपना कैम्प कार्यालय कहां बनाएंगी. महापौर अपना आवास भी नगर निगम कार्यालय के आसपास ले सकती हैं. नगर निगम प्रशासन की तरफ से कुछ आवास भी चिन्हित किए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि शपथ ग्रहण के बाद ही उनके स्टाफ की तैनाती की जाएगी. महापौर के चालक, अर्दली को भी वर्दी, पगड़ी, टोपी और नया बिल्ला दिया जाएगा.
मेयर एक महीने में बुलाएंगी सदन की बैठक, ये रहेगी स्थिति
महापौर पद की शपथ लेने के बाद एक महीने के अंदर सदन की बैठक बुलाई जायेगी. मेयर की ओर से सभी 110 पार्षदों का अधिवेशन बुलाया जाएगा. नगर निगम मुख्यालय स्थित त्रिलोकनाथ हाल में सदन की पहली बैठक होगी. इसके लिए भी नगर निगम की समिति विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. सभी नवनिर्वाचित 110 पार्षदों की सूची तैयार हो गयी है. सदन की तारीख तय होते ही सभी को पत्र भेजा जाएगा. त्रिलोकनाथ हाल को भी नवनिर्वाचित सदन के लिए तैयार कराया जाएगा. नगर आयुक्त की ओर से सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया गया है. मेयर की अध्यक्षता में अधिवेशन होगा. कार्यकारिणी में 12 सदस्यों व उपाध्यक्ष के नामों पर मंथन होगा, इसमें पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के सदस्य होते हैं, लेकिन सदन में भाजपा के सबसे अधिक 80 पार्षद हैं, जबकि सपा के 21 व कांग्रेस के 4 पार्षद हैं. ऐसे में 12 सदस्यीय कार्यकारिणी में विपक्ष से अधिकतम 2 सदस्य ही हो सकते हैं.
तैयारी पूरी, शासन से हरी झंडी का इंतजार : नगर आयुक्त
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि 'नवनिर्वाचित महापौर सभासदों की शपथ को लेकर जैसे ही अधिसूचना जारी होगी, उसी के अनुसार हम इसे पूरा कराने का काम करेंगे. शपथ को लेकर नगर निगम प्रशासन के स्तर पर जो तैयारी हमें करनी है वह तैयारी हम लोगों ने पूरी कर ली हैं. हमने शपथ ग्रहण समारोह के लिए स्थान भी चिन्हित कर लिया है, अगर अन्य कोई दिशा निर्देश शासन स्तर से मिलते हैं तो उसी अनुरूप चीजें निर्धारित होंगी. नवनिर्वाचित महापौर व सभी सभासदों की शपथ के बाद सदन की बैठक बुलाई जाएगी और शहर के विकास को लेकर जो भी एजेंडे होंगे, उस पर मुहर लगाने का काम सदन की बैठक में किया जाएगा. महापौर के स्तर पर सदन की बैठक बुलाए जाने का काम होगा और उसी आधार पर आगे के फैसले सदन द्वारा किए जाएंगे.'
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