लखनऊ : होली के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने किसी अनहोनी से निपटने के लिए तैयारी कर ली है. इसके चलते जिला अस्पताल, मेडिकल काॅलेज, चिकित्सा संस्थान और महिला जिला अस्पताल में 100 से ज्यादा बेड आरक्षित किए गए हैं. इनके अतिरिक्त सीएचसी और पीएचसी में भी बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं. केजीएमयू ट्रामा सेंटर प्रभारी डाॅ. संदीप तिवारी ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी ट्रामा की इमरजेंसी में बेड आरक्षित किए गए हैं. नेत्र रोग, चर्म रोग, हड्डी रोग, एनेस्थीसिया व सर्जरी विभाग के डाॅक्टरों की टीम बनाई गई है. अतिरिक्त नर्स व टेक्नीशियन भी तैनात किए गए हैं. हादसा होने पर घायलों को तत्काल इलाज मिल सके, इसकी पूरी व्यवस्था की गई है.
आंखों और त्वचा रोग विशेषज्ञ डाक्टर रहेंगे सक्रिय : इमरजेंसी में दवाओं की व्यवस्था करने के साथ ही आंख में रंग पड़ने या रंग से त्वचा में एलर्जी होने पर विशेषज्ञ डाॅक्टरों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं. लोहिया संस्थान के मीडिया प्रभारी डाॅ. एपी जैन के मुताबिक गोमतीनगर और मातृ एवं शिशु अस्पताल में घायलों को समय से इलाज मुहैया कराने के लिए एक दर्जन से ज्यादा बेड रिजर्व किए गए हैं. विशेषज्ञ डाॅक्टरों की बनाई टीम सिविल अस्पताल निदेशक डाॅ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि होली को लेकर अस्पताल अलर्ट मोड पर है. इमरजेंसी में आंखों के डाॅक्टरों की भी ड्यूटी लगाई गई है. बेड रिजर्व किए गए हैं. अस्पताल के सभी डाक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के अवकाश रद कर दिए गए हैं. डाॅक्टरों को अपने मोबाइल बंद न करने के निर्देश दिए गए हैं.
लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि होली के चलते सात और आठ मार्च यानी दो दिनों तक इमरजेंसी में बेड आरक्षित किए गए हैं. डाॅक्टरों व कर्मचारियों की छुट्टी निरस्त कर दी गई है. वार्ड में लगभग सभी विभागों के चिकित्सकों की तैनाती होगी. बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीपी गुप्ता के मुताबिक किसी अनहोनी से निपटने के लिए अस्पताल में बेड रिजर्व करने के निर्देश जारी किए गए हैं. सभी विभागों के डाॅक्टर ड्यूटी पर रहेंगे. सीएमओ डॉ. एमके अग्रवाल ने बताया कि जिले के सीएचसी-पीएचसी में पांच-पांच बेड रिजर्व किए गए हैं. 102 और 108 सेवा की 15 एंबुलेंस को अलर्ट पर रखा गया है.