लखनऊ: यूपी में सोमवार से हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और बुजुर्गों को बूस्टर डोज(Precaution Dose of Covid) लगाने का अभियान शुरू हो गया है. इसके लिए 16 हजार से ज्यादा बूथ बनाए गए हैं. वहीं तीसरी डोज के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता नहीं है. लेकिन, यदि ऑनलाइन पंजीकरण करा लेते हैं, तो दूसरी व तीसरी डोज के बीच के अंतर को पोर्टल स्वीकार कर रहा है कि नहीं, यह आपको घर बैठे पता चल जाएगा. इससे बेवजह की भागदौड़ बचेगी.
कोरोना वैक्सीन की अभी तक दो डोज लगाने का नियम था. वहीं 10 जनवरी से हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना से बचाव के लिए तीसरी डोज लगाने का एलान कर दिया है. बुजुर्गों के लिए डॉक्टर का परामर्श लेना आवश्यक है. सोमवार को राज्य के 16, 217 केंद्रों पर वैक्सीनेशन शुरू किया गया. इन पर पहली से लेकर तीसरी डोज लगवाने की सुविधा मुहैया कराई गई. सुबह से 11.30 बजे तक 69 हजार से ज्यादा डोज लग गईं. इसमें 200 बूस्टर डोज रहीं. इसके साथ ही 15 से ऊपर व 18 वर्ष से कम के किशोरों का भी वैक्सीनेशन जारी है.
इन्हें लगेगी तीसरी डोज
- कुल लाभार्थी 2 करोड़ 80 लाख 55 हजार 92
- हेल्थ वर्कर की संख्या 10 लाख 9 हजार 876
- फ्रंट लाइन वर्कर की संख्या 10 लाख 43 हजार 604
- 60 वर्ष से अधिक बुजुर्ग 1 करोड़ 87 लाख 52 हजार 112
इन बातों का रखें ध्यान
- दूसरी और तीसरी डोज के बीच 39 हफ्ते का अंतर जरूरी है.
- 10 अप्रैल तक दूसरी डोज लगवाने वालों को आज से तीसरी डोज लग सकती है.
- जिस कंपनी की वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज ली है, उसी की तीसरी डोज लगेगी.
- कोविन एप पर नया रजिस्ट्रेशन या डॉक्टरी सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है.
- पहले के रजिस्ट्रेशन पर ऑनलाइन डेट ले सकते हैं. सीधे सेंटर भी जा सकते हैं.
- सरकारी सेंटरों पर मुफ्त वैक्सीन की सुविधा है, निजी पर तय शुल्क अदा करना होगा.
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