लखनऊः दिवाली पर्व के अवसर पर इस साल प्रदेश में बिजली विभाग की तरफ से निर्बाध विद्युत आपूर्ति की गई. पिछले वर्ष की तुलना में धनतेरस के दिन अधिकतम मांग 15,328 मेगावाॅट रही, जो पिछले साल के सापेक्ष 2.94 प्रतिशत अधिक थी. छोटी दिवाली पर ऊर्जा खपत पिछले साल की तुलना में 4.98 फीसद अधिक रही. ऊर्जा विभाग के आंकड़ों के अनुसार धनतेरस व दिवाली पर पिछले तीन साल की तरह इस साल भी पूरे प्रदेश में कटौती मुक्त विद्युत आपूर्ति की गई. धनतेरस एवं दिवाली पर इस वर्ष सभी वितरण कम्पनियों के मुख्यालय एवं जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित कर वरिष्ठ अधिकारियों को स्वयं उपस्थित रहकर विद्युत-आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए थे.
पहले ही कराए गए मेंटेनेंस
दिवाली में सुचारु विद्युत आपूर्ति इसलिए संभव हो पाई क्योंकि सम्बन्धित डिस्काॅम को पहले से ही ट्रांसफाॅर्मरों व विद्युत लाइनों का प्रारम्भिक निरीक्षण कर मेंटेनेंस सम्बन्धी कार्य किए गए. जिनमें ट्रांसफाॅर्मरों की लोड बैलेंसिंग, तेल की स्थिति, फ्यूज़ अर्थिंग व लाइनों के जम्पर्स को चेक करते हुए उन्हें दुरुस्त रखने के निर्देश भी मुख्यालय स्तर से जारी किए गए थे. क्षेत्रीय अधिकारियों व कर्मचारियों ने तत्परता से कार्य करते हुए जहां कहीं भी आपूर्ति में बाधा आई, उसे तत्काल ठीक कराया.