लखनऊ: यूपी में मुर्गी पालन की नई नीति लागू होगी. इसके तहत पशुपालकों को पहले से अधिक मुर्गियां रखने की छूट होगी. अब मुर्गी पालक एक यूनिट में पहले से तीन गुना अधिक चूजे पाल सकेंगे. ऐसा होने पर राज्य में चिकन और अंडों का संकट दूर होगा. साथ ही दूसरे प्रदेश से आयात पर अंकुश भी लगेगा.
पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. इंद्रमणि के मुताबिक राज्य की कुक्कुट विकास नीति की अवधि 31 मार्च को पूरी हो गई है. ऐसे में अब वर्तमान आवश्यकताओं को देखते हुए नई नीति बनाई गई है. इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है. इसके तहत अब मुर्गी पालक एक यूनिट में 30 हजार के बजाए एक लाख चूजे रख सकता है. वहीं पहले जहां 1 करोड़ 80 लाख रुपये का लोन होता था, इसकी रेंज भी अब बढ़ाई जाएगी.
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डॉ. इंद्रमणि के मुताबिक उत्तर प्रदेश में हर रोज 2 करोड़ अंडों की डिमांड है. इसमें 80 से 85 लाख अंडे प्रतिदिन दूसरे राज्यों से आयात किए जा रहे हैं. आंध्र प्रदेश और पंजाब से व्यवसाई अंडों का आयात करते हैं. वहीं, यूनिट में मुर्गी पालन की क्षमता बढ़ने से अंडों के आयात पर अंकुश लगेगा. इससे प्रदेश में खपत के अनुसार अंडे उपलब्ध हो सकेंगे.
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