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पॉलिटेक्निक के पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट नहीं आया: हजारों छात्रों की नौकरियां अधर में, रुक गई आगे की पढ़ाई

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 2, 2023, 9:13 AM IST

पॉलिटेक्निक से इंजिनियरिंग और फॉर्मेसी में डिप्लोमा करने वाले फाइनल ईयर छात्रों की नौकरियां अधर में लटकती नजर आ रही हैं. हजारों छात्रों को डिग्री कोर्स में प्रवेश नहीं मिला है. पॉलिटेक्निक के पुनर्मूल्यांकन के परिणाम न आने (Polytechnic revaluation result not declared) के चलते स्टूडेंट्स को यह परेशानियां उठानी पड़ रही हैं.

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Etv Bharat पॉलिटेक्निक के पुनर्मूल्यांकन के परिणाम Polytechnic Students in trouble Polytechnic revaluation result not declared

लखनऊ: पॉलिटेक्निक से इंजिनियरिंग और फॉर्मेसी में डिप्लोमा करने वाले फाईनल ईयर छात्रों की नौकरियां फंस (Polytechnic Students in trouble) गई हैं. कैंपस प्लेसमेंट और तमाम दुश्वारियों के बाद नौकरी पाने वाले छात्रों अपने परिणाम न निकलने से नौकरियां ज्वॉइन नहीं कर पाए हैं. वहीं, हजारों की संख्या में आगे की पढ़ाई करने वाले डिग्री कोर्स में आवेदन करने छात्रों अभी तक प्रवेश ले पाए हैं. पॉलिटेक्निक के पुनर्मूल्यांकन के परिणाम न आने के चलते स्टूडेंट्स को यह परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. इसे लेकर रोजाना प्रदेश के कोने-कोने से छात्रों अपने परिणाम की जानकारियां करने के लिए प्राविधिक शिक्षा परिषद कार्यालय पहुंच रहे हैं.

पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा करने के बाद छात्रों नौकरी में जाते हैं या फिर डिग्री की पढ़ाई के लिए आवेदन करते हैं. इसके लिए छात्रों को अपने परिणाम की जरूरत पड़ती है. पुनर्मूल्यांकन का फॉर्म भरने वाले छात्रों के परिणाम पुनर्मूल्यांकन के परिणाम (Polytechnic revaluation result not declared) के साथ जारी होते हैं. आगे की पढ़ाई और नौकरी में अपने परिणाम दिए बिना छात्रों ज्वॉइनिंग नहीं कर पा रहे हैं. बता दें कि पॉलिटेक्निक की वार्षिक व सम सेमेस्टर परीक्षाएं पूरी होने के बाद स्क्रूटनी और पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन मांगे थे.

छात्रों को 22 सितंबर तक आवेदन करने थे. इसमें स्क्रूटनी में 8,600 आवेदन आए, जिसका परिणाम दीपावली से पहले जारी हो गया लेकिन, पुनर्मूल्यांकन में इस बार रिकॉर्ड तोड़ 2.21 लाख आवेदन हुए. जिसका परिणाम निकालने में परिषद को भी समस्या आनी थी. परिषद ने रिजल्ट दिवाली से पहले ही तैयार कर लिया, लेकिन अभी तक रिजल्ट जारी नहीं कर सका. लगभग 2 महीने और 10 दिन बाद भी पुनर्मूल्यांकन के परिणाम के लिए छात्रों इंतजार कर रहे हैं. जबकि प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज का कहना है कि एक वीक में परिणाम जारी कर दिया जाएगा.

अचानक बनी जांच समिति से बढ़ी परेशानी: परिषद अधिकारियों के मुताबिक परिषद ने शिक्षकों की ड्यूटी लगाकर कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन कराया. दीपावली तक पुनर्मूल्यांकन का काम लगभग पूरा हो गया था. परिणाम प्रमुख सचिव को भेजा गया, जिसके बाद वहां से अचानक परीक्षक द्वारा जांची गई कापियों की फिर से जांच के लिए एक समिति बना दी गई. इसमें संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के प्रभारी सचिव और फीस नियामक सचिव को कापियों में नंबरों की जांच का जिम्मा सौंपा गया. दीपावली बार से ही दो सदस्यीय जांच समिति कापियों की दोबारा जांच में लगी है जिससे परिणाम रुक गए हैं. हालांकि, परीक्षक की जांच के विशेषाधिकार पर परिषद परीक्षा समिति के निर्णय के बिना बनी जांच समिति का कोई मतलब नहीं है.

एडमिशन कैंसिल और नौकरी खोने का सता रहा डर: परिषद कार्यालय में रोजाना पुनर्मूल्यांकन के रिजल्ट के लिए आने वाले छात्रों परिषद अधिकारियों से रिजल्ट जारी करने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उन्हें परिणाम की कोई जानकारी नहीं मिल रही है. छात्रों ने बताया कि आधा सत्र खत्म होने जा रहा है. ऐसे में उनका प्रवेश निरस्त होने और नौकरी खोने का डर सता रहा है. पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट जल्द नहीं निकला तो उन्हें तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ेगा साथ ही उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा.
ये भी पढ़ें- अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारी, 4000 संतों को निमंत्रण पत्र भेज रहा है ट्रस्ट

लखनऊ: पॉलिटेक्निक से इंजिनियरिंग और फॉर्मेसी में डिप्लोमा करने वाले फाईनल ईयर छात्रों की नौकरियां फंस (Polytechnic Students in trouble) गई हैं. कैंपस प्लेसमेंट और तमाम दुश्वारियों के बाद नौकरी पाने वाले छात्रों अपने परिणाम न निकलने से नौकरियां ज्वॉइन नहीं कर पाए हैं. वहीं, हजारों की संख्या में आगे की पढ़ाई करने वाले डिग्री कोर्स में आवेदन करने छात्रों अभी तक प्रवेश ले पाए हैं. पॉलिटेक्निक के पुनर्मूल्यांकन के परिणाम न आने के चलते स्टूडेंट्स को यह परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. इसे लेकर रोजाना प्रदेश के कोने-कोने से छात्रों अपने परिणाम की जानकारियां करने के लिए प्राविधिक शिक्षा परिषद कार्यालय पहुंच रहे हैं.

पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा करने के बाद छात्रों नौकरी में जाते हैं या फिर डिग्री की पढ़ाई के लिए आवेदन करते हैं. इसके लिए छात्रों को अपने परिणाम की जरूरत पड़ती है. पुनर्मूल्यांकन का फॉर्म भरने वाले छात्रों के परिणाम पुनर्मूल्यांकन के परिणाम (Polytechnic revaluation result not declared) के साथ जारी होते हैं. आगे की पढ़ाई और नौकरी में अपने परिणाम दिए बिना छात्रों ज्वॉइनिंग नहीं कर पा रहे हैं. बता दें कि पॉलिटेक्निक की वार्षिक व सम सेमेस्टर परीक्षाएं पूरी होने के बाद स्क्रूटनी और पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन मांगे थे.

छात्रों को 22 सितंबर तक आवेदन करने थे. इसमें स्क्रूटनी में 8,600 आवेदन आए, जिसका परिणाम दीपावली से पहले जारी हो गया लेकिन, पुनर्मूल्यांकन में इस बार रिकॉर्ड तोड़ 2.21 लाख आवेदन हुए. जिसका परिणाम निकालने में परिषद को भी समस्या आनी थी. परिषद ने रिजल्ट दिवाली से पहले ही तैयार कर लिया, लेकिन अभी तक रिजल्ट जारी नहीं कर सका. लगभग 2 महीने और 10 दिन बाद भी पुनर्मूल्यांकन के परिणाम के लिए छात्रों इंतजार कर रहे हैं. जबकि प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा एम देवराज का कहना है कि एक वीक में परिणाम जारी कर दिया जाएगा.

अचानक बनी जांच समिति से बढ़ी परेशानी: परिषद अधिकारियों के मुताबिक परिषद ने शिक्षकों की ड्यूटी लगाकर कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन कराया. दीपावली तक पुनर्मूल्यांकन का काम लगभग पूरा हो गया था. परिणाम प्रमुख सचिव को भेजा गया, जिसके बाद वहां से अचानक परीक्षक द्वारा जांची गई कापियों की फिर से जांच के लिए एक समिति बना दी गई. इसमें संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के प्रभारी सचिव और फीस नियामक सचिव को कापियों में नंबरों की जांच का जिम्मा सौंपा गया. दीपावली बार से ही दो सदस्यीय जांच समिति कापियों की दोबारा जांच में लगी है जिससे परिणाम रुक गए हैं. हालांकि, परीक्षक की जांच के विशेषाधिकार पर परिषद परीक्षा समिति के निर्णय के बिना बनी जांच समिति का कोई मतलब नहीं है.

एडमिशन कैंसिल और नौकरी खोने का सता रहा डर: परिषद कार्यालय में रोजाना पुनर्मूल्यांकन के रिजल्ट के लिए आने वाले छात्रों परिषद अधिकारियों से रिजल्ट जारी करने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उन्हें परिणाम की कोई जानकारी नहीं मिल रही है. छात्रों ने बताया कि आधा सत्र खत्म होने जा रहा है. ऐसे में उनका प्रवेश निरस्त होने और नौकरी खोने का डर सता रहा है. पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट जल्द नहीं निकला तो उन्हें तमाम दुश्वारियों का सामना करना पड़ेगा साथ ही उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा.
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