लखनऊ : पॉलिटेक्निक सेमेस्टर व वार्षिक परीक्षा 2023 के परिणाम दिसंबर में जारी नहीं हो पाए हैं. ऐसे में 49 हजार उत्तर पुस्तिकाओं के रिजल्ट अब भी रुके हैं. परीक्षकों के पुनर्मूल्यांकन के बाद उत्तर पुस्तिकाओं की हो रही विभागीय जांच के चलते परिणाम रुके हैं. इसके चलते प्राविधिक शिक्षा परिषद द्वारा विषम सेमेस्टर परीक्षाएं अब जनवरी में कराने की तैयारी है. पॉलिटेक्निक सेमेस्टर एग्जाम इस साल अगस्त में हुए थे, जिसमें सेमेस्टर और एनुअल दोनों ही परीक्षा के बच्चे शामिल हुए थे. इसका परिणाम अक्टूबर में जारी हुआ था. जिसके बाद करीब दो लाख से अधिक छात्रोंं ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन कर दिया था. जिसका परिणाम अभी तक नहीं जारी हो पाया है.
टॉपर छात्रों व काॅलेजों को मंच से दिए जाएंगे मेडल : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से सम्बद्ध इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट कॉलेज में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और बेहतर शिक्षा व्यवस्था को बनाने के लिए राज्यपाल की ओर से दिए गए सुझाव को विश्वविद्यालय प्रशासन ने लागू कर दिया है. 21वें दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के घोषणा के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आदेश जारी किया है. राज्यपाल ने कहा था कि सभी विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में केवल टॉपर छात्रों को मंच से मेडल दिया जाता है. हालांकि इस मेडल को हासिल करने वाले छात्र की जितनी मेहनत और परिश्रम जुड़ा होता है. उतना ही मेहनत और परिश्रम उसके शिक्षक और कॉलेज उसके साथ करता है. ऐसे में कॉलेज को प्रोत्साहित करने के लिए कि वह और होनहार छात्रों को देश सेवा के लिए तैयार करें उन्हें भी दीक्षांत समारोह में मंच से सम्मानित किया जाए. राज्यपाल के इस सुझाव के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने देर शाम इस संबंध में सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी.
मेडल के साथ टॉप कॉलेज का भी नाम जारी होगा : कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने बताया कि विश्वविद्यालय से सम्बद्ध 750 कॉलेज में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने और कॉलेज में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए ऐसा किया जाए. जिससे न केवल कॉलेज में शिक्षा का स्तर सुधरेगा, बल्कि इंजीनियरिंग कॉलेज में बच्चों को क्या पढ़ाया जाए और कोर्स को कैसे भविष्य के लिए डेवलप किया जाए इस पर काम होगा. कुलपति पांडे ने बताया कि अगले साल से दीक्षांत समारोह में मेडल और डिग्री पाने वाले छात्रों की लिस्ट जारी होने के साथ ही, जिस कॉलेज के सबसे अधिक छात्र मेडल पाएंगे उसका नाम भी जारी किया जाएगा. सम्मान के तौर पर कॉलेज को क्या दिया जाएगा. इसके लिए आने वाले समय में निर्णय होगा. कुलपति ने बताया कि मौजूदा समय में नोएडा, गाजियाबाद के आसपास स्थित कॉलेज में गुणवत्ता काफी अच्छी है. इसके शुरू होने से लखनऊ शाहिद प्रदेश के अन्य जिलों में संचालित हो रहे इंजीनियरिंग कॉलेज विशेष तौर पर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज को प्रतिस्पर्धा का एक मौका मिलेगा और वह बेहतर प्रदर्शन करेंगे.
पॉलिटेक्निक की परीक्षा को लेकर छात्र परेशान, 28 जून से सिर्फ एक ट्रेड की शुरू होगी परीक्षा