लखनऊ : राजधानी लखनऊ में रविवार रात से लगातार बारिश होने के चलते सोमवार को शहर का प्रदूषण स्तर काफी नीचे आ गया है. जिसे संतोषजनक कहा जा सकता है. सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है. इस मौसम में प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ता है. लेकिन, मौसम में अचानक बदलाव के कारण बारिश के बाद प्रदूषण स्तर में गिरावट दर्ज हुई है, जबकि बीते रविवार को लखनऊ का एक्यूआई 277 दर्ज किया गया था. इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों का प्रदूषण स्तर भी बेहद कम हुआ है. जिसमें बनारस, प्रयागराज, बरेली व वृंदावन शामिल है. वहीं मेरठ, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 200 के पार है, हालांकि कहा जा सकता है की बारिश के बाद सभी जिलों का प्रदूषण स्तर कम हुआ है.
फैक्ट्रियां व कारखाने कराए गए थे बंद : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. उमेश चंद्र शुक्ला के मुताबिक, 'आने वाले दो दिन तक प्रदेश के कई जिलों का प्रदूषण स्तर इसी तरह काम रहेगा. हालांकि, जैसे ही फॉग होगा तो प्रदूषण स्तर बढ़ जाएगा. प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की मदद से शहर के हर क्षेत्र में एंटी फॉगिंग का छिड़काव कराया जा रहा है ताकि प्रदूषण स्तर को काम किया जा सके. वहीं इंडस्ट्रियल एरिया में भी एंटी फॉगिंग का छिड़काव कराया जा रहा है. इसके अलावा सर्दियों की शुरुआत होने से पहले ही जितनी भी फैक्ट्रियां या कारखाने थे, उन्हें बंद कराया गया था ताकि इनके द्वारा पर्यावरण को कोई भी नुकसान न पहुंचे और प्रदूषण स्तर कम रहे.'
इंडस्ट्रियल क्षेत्र का प्रदूषण स्तर : राजधानी लखनऊ के इंडस्ट्रियल क्षेत्र का प्रदूषण स्तर अक्सर खराब रहता था, लेकिन सोमवार को हुई बारिश के चलते इंडस्ट्रियल क्षेत्र का प्रदूषण स्तर भी बेहद कम हो गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, तालकटोरा इंडस्ट्रियल एरिया का एक्यूआई 115, केन्द्रीय विद्यालय लखनऊ का एक्यूआई 94, लालबाग का एक्यूआई 146, गोमतीनगर का एक्यूआई 63, अंबेडकर नगर विवि का एक्यूआई 75 और कुकरैल पिकनिक स्पॉट का एक्यूआई 91 है. यह प्रदूषण स्तर सोमवार सुबह 10 बजे की रिपोर्ट के मुताबिक है. बीते दिनों सुबह, शाम और रात के समय इंडस्ट्रियल क्षेत्र का एक्यूआई 300 के पार पहुंच जाता था, हालांकि सोमवार को इंडस्ट्रियल क्षेत्र का प्रदूषण स्तर बेहद कम हो गया है जो की संतोषजनक है.