लखनऊ: राजधानी लखनऊ में प्रदूषण रोकने के लिए नगर निगम भले ही तमाम दावे कर रहा है. बावजूद इसके प्रदूषण रुकने का नाम नहीं ले रहा है. यही कारण है कि प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसका खामियाजा राजधानी की जनता को भुगतना पड़ रहा है.
तीन दिन से लगातार मौसम में हो रहे बदलाव से प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. प्रदूषण के मामले में शहरों में जहां कानपुर पहले नंबर पर है तो वहीं लखनऊ दूसरे स्थान पर आ गया है. निश्चित रूप से बढ़ रहे प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में भी समस्या हो रही है.
क्या कहते हैं अधिकारी
नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण का कहना है कि निश्चित रूप से राजधानी लखनऊ में नगर निगम और जल निगम द्वारा सीवर लाइन व पेयजल की पाइप लाइन बिछाई जा रही है, जिसके कारण जगह-जगह पर सड़कें खुदी पड़ी हैं. हालांकि यहां पर मिट्टी व धूल के कण न उड़े, इसके लिए नगर निगम पानी का छिड़काव भी कर रहा है. बावजूद इसके मौसम में परिवर्तन हो रहा है और कोहरे व धुंध के कारण भी प्रदूषण बढ़ रहा है. पर्यावरण अभियंता का कहना है कि निश्चित रूप से बढ़ रहे प्रदूषण के कारण सांस के रोगियों को समस्या हो रही है. ऐसे में इन लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
क्या न करें
नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण ने राजधानी लखनऊ की जनता से अपील करते हुए कहा कि बिल्डिंग मटेरियल को ढक कर रखें. इसके साथ ही कूड़ा न जलाएं, मिट्टी खुले में न छोड़े. इन सब सावधानियों से प्रदूषण के संक्रमण से बचा जा सकता है.
बताते चलें की राजधानी लखनऊ में स्मार्ट सिटी व अमृत योजना के तहत सीवर और पेयजल की पाइप लाइन बिछाई जा रही है, जिसके कारण कई जगह सड़कें खुदी हैं. इन स्थानों पर धूल भी खूब उड़ती है, जो कि प्रदूषण बढ़ाने में काफी मददगार साबित हो रही है.