लखनऊ: राजधानी में दिवाली के दिन सबसे ज्यादा प्रदूषण अमीनाबाद, चारबाग, राजाजीपुरम और गोमती नगर में रहा. वहीं इस बारे में नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण का कहना है कि दिवाली के त्योहार पर लोगों की भारी भीड़ बाजारों में उड़ती है. तमाम रोक के बावजूद भी पटाखों का प्रयोग किया गया. जगह-जगह निर्माण कार्य की गतिविधियां हो रही हैं, लोगों ने अपने घरों की साफ-सफाई भी की है. यही कारण रहा कि प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है.
बारिश के बाद सुधरी हालत
अभियंता पंकज भूषण का कहना है कि राजाजीपुरम में फ्लाईओवर का निर्माण हो रहा है, इस कारण वहां पर प्रदूषण का लेवल काफी बढ़ा है, जबकि अमीनाबाद में लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है. हालांकि, सोमवार को हुई बारिश के कारण प्रदूषण में सुधार हो रहा है और निश्चित रूप से मंगलावार को प्रदूषण की स्थिति सामान्य हो गई है.
आतिशबाजी और निर्माण कार्यों ने बढ़ाया प्रदूषण
नगर निगम के अभियंता का कहना है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पटाखों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया था. बावजूद इसके लोगों ने पटाखे जलाए और राजधानी में जगह-जगह हो रहे निर्माण कार्यों के कारण प्रदूषण का स्तर बढ़ा है. दिवाली के पूर्व नगर निगम ने दावा किया था कि जनपद में प्रदूषण रोकने के लिए नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी लगे हुए हैं. बावजूद इसके दिवाली के दिन राजधानी का राजाजीपुरम इलाका सबसे अधिक प्रदूषित पाया गया.