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लखनऊ की हवा में फिर घुला जहर, AQI पहुंचा 400 के पार - लखनऊ खबर

पिछले महीने से उत्तर प्रदेश की हवा में फिर से जहर घुलना लगातार जारी है. रविवार को देश में सबसे अधिक प्रदूषण राजधानी लखनऊ का रहा.

लखनऊ की हवा में फिर घुला जहर
लखनऊ की हवा में फिर घुला जहर
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Published : Jan 4, 2021, 9:11 AM IST

Updated : Jan 4, 2021, 9:46 AM IST

लखनऊ : पिछले माह से यूपी के कई जिलों में प्रदूषण का कहर लगातार जारी रहा. इसी क्रम में रविवार को भी लखनऊ सहित कई जिलों की हवा जहरीली पाई गई. देश में सबसे अधिक प्रदूषण लखनऊ का रहा. सुबह बारिश के बावजूद वायु गुणवत्ता सूचकांक 408 दर्ज किया गया. वहीं राजधानी के तालकटोरा में 453 और लालबाग में 418 दर्ज किया गया. गोमतीनगर और अलीगंज में भले ही हवा की सेहत में मामूली रूप से सुधार हुआ हो लेकिन यहां भी एक्यूआई 400 के करीब है.

बहुत खराब है शहर की हवा

पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत, 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय लखनऊ की हवा बहुत खराब है. सुशील द्विवेदी का कहना था कि लखनऊ में पिछले 5 दिनों से कई जगह पीएम 2.5 (पार्टीक्युलेट मैटर) अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया.

क्या है पार्टीक्युलेट मैटर (पीएम स्तर)

पार्टीक्युलेट मैटर (पीएम) हवा में तैरने वाले वह महीन कण हैं जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है.

लखनऊ : पिछले माह से यूपी के कई जिलों में प्रदूषण का कहर लगातार जारी रहा. इसी क्रम में रविवार को भी लखनऊ सहित कई जिलों की हवा जहरीली पाई गई. देश में सबसे अधिक प्रदूषण लखनऊ का रहा. सुबह बारिश के बावजूद वायु गुणवत्ता सूचकांक 408 दर्ज किया गया. वहीं राजधानी के तालकटोरा में 453 और लालबाग में 418 दर्ज किया गया. गोमतीनगर और अलीगंज में भले ही हवा की सेहत में मामूली रूप से सुधार हुआ हो लेकिन यहां भी एक्यूआई 400 के करीब है.

बहुत खराब है शहर की हवा

पर्यावरणविद सुशील द्विवेदी बताते हैं कि अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 0-50 के बीच है तो इसे अच्छा माना जाता है. 51-100 के बीच संतोषजनक होता है. 101-200 के बीच औसत, 201-300 के बीच बुरा, 301-400 के बीच में हो तो बहुत बुरा और अगर यह 401 से 500 के बीच हो तो इसे गंभीर माना जाता है. इस समय लखनऊ की हवा बहुत खराब है. सुशील द्विवेदी का कहना था कि लखनऊ में पिछले 5 दिनों से कई जगह पीएम 2.5 (पार्टीक्युलेट मैटर) अपने उच्चतम स्तर पर दर्ज किया गया.

क्या है पार्टीक्युलेट मैटर (पीएम स्तर)

पार्टीक्युलेट मैटर (पीएम) हवा में तैरने वाले वह महीन कण हैं जिन्हें हम देख नहीं पाते हैं. वायुमंडल में इनकी मात्रा जितनी कम होती है हवा उतनी ही साफ होती है. इसका हवा में सुरक्षित स्तर 60 माइक्रोग्राम है.

Last Updated : Jan 4, 2021, 9:46 AM IST
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