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लखनऊ: बॉडी वार्न कैमरा पहनकर ड्यूटी देंगे जेल कर्मी, ये होगी व्यवस्था - बॉडी वार्न कैमरा

उत्तर प्रदेश की जेलों में कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखने व उनकी मानसिक स्थिति को समझने के लिए जेल कर्मी बॉडी वार्न कैमरा का प्रयोग करेंगे. जेल में बंद कैदियों की गतिविधियां व उनकी स्थिति को रिकॉर्ड किया जाएगा. जेलों में मिलने आने वाले बंदियों के परिजनों व शुभचिंतकों को इन कैमरों से प्राप्त वीडियो दिखाए जाएंगे.

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जिला कारागार लखनऊ.
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Published : Sep 24, 2020, 10:25 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की जेलों में कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखने व उनकी मानसिक स्थिति को समझने के लिए जेल कर्मी बॉडी वार्न कैमरा का प्रयोग करेंगे. जेल कर्मी बॉडी वार्न कैमरा पहनकर जेल में ड्यूटी देंगे, जिससे कि जेल में बंद कैदियों की गतिविधियां व उनकी स्थिति को रिकॉर्ड किया जा सके. रिकॉर्डेड वीडियो की मदद से एक्सपर्ट इस बात का पता लगाएंगे कि जेलों में बंद कैदियों की मानसिक स्थिति क्या है और उन्हें किस तरह से तनाव मुक्त व अपराध से दूर किया जा सकता है.

जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की जेलों में बॉडी वार्न कैमरे की व्यवस्था लागू करने के लिए 80 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार आवंटित की गई धनराशि से वीडियो कैमरे, डिस्प्ले यूनिट, वीडियो प्रोडक्शन करने के उपकरण, शॉर्ट वीडियो क्लिप बनाने और उनका विश्लेषण करने के लिए जरूरी उपकरण खरीदे जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि कैमरा से मिले विजुअल का अध्ययन करके सुझाव देने हेतु मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक, जेल सुधार विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी.

जेलकर्मी यह कैमरे ड्यूटी के दौरान अपने शरीर पर धारण करेंगे. जेलों में मिलने आने वाले बंदियों के परिजनों व शुभचिंतकों को इन कैमरों से प्राप्त वीडियो दिखाए जाएंगे, जिससे कि वह बंदियों को अपराध की दुनिया से दूर करने के प्रयासों में जेल प्रशासन की मदद कर सकें. यह कैमरा ऐसे सभी स्थानों पर ड्यूटी करने वाले कर्मियों को दिए जाएंगे जहां पर बंदी उपस्थित रहते हैं व विभिन्न गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं. जेल की फैक्ट्री, जेल के मुलाकात करने के स्थल, जेल के अस्पताल, बैरक में ड्यूटी देने वाले कर्मियों को यह कैमरे उपलब्ध कराए जाएंगे.

जेल प्रशासन इस तरह की व्यवस्था लागू करेगा कि ड्यूटी पर आते ही जेल कर्मी कैमरा धारण कर कैमरा ऑन कर लेंगे और ड्यूटी समाप्त होने पर ही कैमरे को बंद किया जाएगा. ऐसे में ड्यूटी के दौरान की गतिविधियां जेल प्रशासन को उपलब्ध होंगी. जेल प्रशासन बेहतर क्वालिटी के बॉडी वार्न कैमरे लगाने की तैयारी में है. ऐसे कैमरे को लगाया जाएगा, जिनका बैटरी बैकअप 5 घंटे तक हो. आवश्यकता पड़ने पर कैमरे के लिए अतिरिक्त बैटरी की व्यवस्था भी की जाएगी.

बंदियों की गोपनीयता का भी इस दौरान ध्यान रखा जाएगा, जिसके लिए रिकार्डेड डाटा की गोपनीयता सुनिश्चित की जाएगी. कैमरे के कुशल प्रयोग के लिए कर्मचारियों की ट्रेनिंग कराई जाएगी. बेहतर वीडियो व विजुअल प्राप्त हो सके इसके लिए कंट्रोल रूम का निर्माण किया जाएगा जहां से सभी कैमरों को मॉनिटर किया जाएगा.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की जेलों में कैदियों की गतिविधियों पर नजर रखने व उनकी मानसिक स्थिति को समझने के लिए जेल कर्मी बॉडी वार्न कैमरा का प्रयोग करेंगे. जेल कर्मी बॉडी वार्न कैमरा पहनकर जेल में ड्यूटी देंगे, जिससे कि जेल में बंद कैदियों की गतिविधियां व उनकी स्थिति को रिकॉर्ड किया जा सके. रिकॉर्डेड वीडियो की मदद से एक्सपर्ट इस बात का पता लगाएंगे कि जेलों में बंद कैदियों की मानसिक स्थिति क्या है और उन्हें किस तरह से तनाव मुक्त व अपराध से दूर किया जा सकता है.

जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की जेलों में बॉडी वार्न कैमरे की व्यवस्था लागू करने के लिए 80 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार आवंटित की गई धनराशि से वीडियो कैमरे, डिस्प्ले यूनिट, वीडियो प्रोडक्शन करने के उपकरण, शॉर्ट वीडियो क्लिप बनाने और उनका विश्लेषण करने के लिए जरूरी उपकरण खरीदे जाएंगे. अधिकारियों ने बताया कि कैमरा से मिले विजुअल का अध्ययन करके सुझाव देने हेतु मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक, जेल सुधार विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी.

जेलकर्मी यह कैमरे ड्यूटी के दौरान अपने शरीर पर धारण करेंगे. जेलों में मिलने आने वाले बंदियों के परिजनों व शुभचिंतकों को इन कैमरों से प्राप्त वीडियो दिखाए जाएंगे, जिससे कि वह बंदियों को अपराध की दुनिया से दूर करने के प्रयासों में जेल प्रशासन की मदद कर सकें. यह कैमरा ऐसे सभी स्थानों पर ड्यूटी करने वाले कर्मियों को दिए जाएंगे जहां पर बंदी उपस्थित रहते हैं व विभिन्न गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं. जेल की फैक्ट्री, जेल के मुलाकात करने के स्थल, जेल के अस्पताल, बैरक में ड्यूटी देने वाले कर्मियों को यह कैमरे उपलब्ध कराए जाएंगे.

जेल प्रशासन इस तरह की व्यवस्था लागू करेगा कि ड्यूटी पर आते ही जेल कर्मी कैमरा धारण कर कैमरा ऑन कर लेंगे और ड्यूटी समाप्त होने पर ही कैमरे को बंद किया जाएगा. ऐसे में ड्यूटी के दौरान की गतिविधियां जेल प्रशासन को उपलब्ध होंगी. जेल प्रशासन बेहतर क्वालिटी के बॉडी वार्न कैमरे लगाने की तैयारी में है. ऐसे कैमरे को लगाया जाएगा, जिनका बैटरी बैकअप 5 घंटे तक हो. आवश्यकता पड़ने पर कैमरे के लिए अतिरिक्त बैटरी की व्यवस्था भी की जाएगी.

बंदियों की गोपनीयता का भी इस दौरान ध्यान रखा जाएगा, जिसके लिए रिकार्डेड डाटा की गोपनीयता सुनिश्चित की जाएगी. कैमरे के कुशल प्रयोग के लिए कर्मचारियों की ट्रेनिंग कराई जाएगी. बेहतर वीडियो व विजुअल प्राप्त हो सके इसके लिए कंट्रोल रूम का निर्माण किया जाएगा जहां से सभी कैमरों को मॉनिटर किया जाएगा.

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