लखनऊ: कोरोना वायरस से बचाव को लेकर डायल 112 के अंतर्गत संचालित होने वाली पीआरवी के पुलिसकर्मी दिन-रात लोगों सुरक्षा कर रहे हैं. इस दौरान पुलिसकर्मी अपने परिजनों से मिल तक नहीं पा रहे और काफी तनाव महसूस कर रहे हैं. पुलिसकर्मियों के अंदर इसी डर और तनाव को दूर करने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक डायल 112 असीम अरुण ने एक पहल की शुरूआत की है. एडीजी असीम की पहल पर लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के सहयोग से पुलिसकर्मियों के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था शुरू कराई गई है.
एडीजी असीम अरुण ने कहा कि जो लड़ाई इस समय लड़ी जा रही है इससे हमारे पुलिस के जवानों पर मानसिक और शारीरिक दोनों ओर से तनाव उत्पन्न हो रहा हैं. ऐसी स्थिति में तनाव और डर होना स्वभाविक है. हमने लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति से अनुरोध किया था. उन्होंने बहुत जल्दी ही चार-पांच दिन के अंदर ही एक अच्छा पैकेज हमारे लिए तैयार किया है. यूनिवर्सिटी वीडियो बना कर दे रही है फिर उसे हम अपने सभी पुलिसकर्मियों तक पहुंचा रहे हैं. उसके अंत में हम उनको विकल्प देते हैं कि अगर आपको विशेषज्ञ काउंसलिंग जरूरत है तो हमसे संपर्क कर सकते हैं और इसके लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई गई है.
उन्होंने बताया कि ऐसे 14 विशेषज्ञों की एक टीम लखनऊ विश्वविद्यालय की तरफ से तैयार की गई है. काउंसलिंग के लिए उनकी ट्रेनिंग भी हो गई है. उनको सब समझा दिया गया है और काउंसलिंग शुरू करा दी गई है. टेलीफोन, वीडियो कॉल के माध्यम से काउंसलिंग शुरू करा दी गई है. उन्होंने कहा कि हमें आशा है कि पुलिसकर्मी अपना काम और अच्छे से कर सकेंगे, जो मानसिक दबाव महसूस कर रहे हैं उससे भी पुलिसकर्मी बच पाएंगे.
पुलिसकर्मियों के लिए शुरू कराई गई इस काउंसलिंग की व्यवस्था ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, झूम एप्लीकेशन या मोबाइल फोन, व्हाट्सएप के माध्यम से भी की जा सकेगी. इसके अलावा डायल 112 के हेड क्वार्टर पर भी छोटे-छोटे समूहों में पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग कराई जाएगी. मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष अर्चना शुक्ला के निर्देशन और मार्गदर्शन में यह काम शुरू कराया गया है.
इसे भी पढ़ें- मुरादाबाद: मेडिकल टीम पर हमला मामले में 7 महिला समेत 17 आरोपी गिरफ्तार