लखनऊ: सुशांत गोल्फ सिटी थाना की पुलिस द्वारा एक लाख रुपये की रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. पीड़िता ने इस रिश्वत कांड के मामले में यूपी पुलिस महानिदेशक से शिकायत की थी. पुलिस महानिदेशक ने भी फरियादी की बात सुनी. एसीपी स्वाति चौधरी को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया था. रिश्वत लेने के आरोप में सिपाही को निलंबित कर दिया गया है. प्रथम जांच रिपोर्ट में सिपाही की भूमिका संदिन्ध दिखी. वहीं दारोगा अर्जुन सिंह का काकोरी ट्रांसफर कर दिया गया है.
बताते चलें कि महिला से शिकायत पत्र मिलने के बाद इस पूरे मामले की जांच एसीपी स्वाति चौधरी को जांच सौंपी गई. इस संबंध में डीसीपी साउथ गोपाल चौधरी ने बताया कि एसीपी गोसाईगंज ने अपनी जांच रिपोर्ट शाम को उन्हें सौंप दी. उस जांच रिपोर्ट में यह पाया गया है कि प्रथम दृष्टया सिपाही अवधेश नशे में धुत था. इसके बाद वीडियो के आधार पर वह दोषी पाया गया है. सिपाही अवधेश पर आरोप सिद्ध होने के बाद उसको पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के निर्देशन में निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही दारोगा अर्जुन सिंह के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिल पाए हैं, लेकिन उनको भी ट्रांसफर करते हुए का काकोरी भेज दिया गया है.
क्या था मामला
पीड़ित महिला अनीता द्वारा दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि 11 जुलाई को सुशांत गोल्फ सिटी थाने की चौकी एचसीएल के इंचार्ज अर्जुन सिंह ने फोन करके अपने पास बुलाया था. उसके बाद कहा कि यदि तुम अपने भतीजे सहज राम के बेटे शिवा (16) को जेल जाने से बचना चाहती हो तो, इसके बदले में पूरे एक लाख रुपये की व्यवस्था करनी होगी. इसके साथ ही कहा था कि यह रकम नहीं मिली तो तुम्हारे भतीजे का चालान कर जेल भेज दिया जाएगा. दारोगा ने यह भी कहा कि इस रकम में मेरे अलावा मेरे अधीनस्थ सिपाही अवधेश और थाना प्रभारी का भी हिस्सा शामिल होगा. इसलिए इसकी व्यवस्था करके सिपाही अवधेश को दे दो.
महिला अनीता का कहना है यह सुनकर उसने उसी दिन पहले चालीस हजार रुपये की व्यवस्था करके उस सिपाही को सौप दिए. इसके बाद पचास हजार रुपये अर्जुन सिंह दारोगा ने लिए. दोबारा अवधेश सिपाही ने कहा कि अब मेरी मोटर साइकिल के पेट्रोल का खर्चा, दस हजार दे दो. इस प्रकार अनीता से पुलिस ने एक लाख रुपये ऐंठ लिए. इतना सब होने के बाद उनको इंस्पेक्टर बृजेंद्र सिंह के सामने पेश किया गया. अनीता का कहना है कि इंस्पेक्टर ने घर जाने की सलाह देते हुए कहा दो घंटे बाद तुम्हारे भतीजे को छोड़ दिया जाएगा. इंस्पेक्टर के आश्वासन के बाद अनीता घर चली गई. आरोप है कि उसके घर आने के बाद ही पुलिस ने उसके भतीजे शिवा का चालान करते हुए उसे जेल भेज दिया. यह बात जब उस महिला को हुई तो उसने दारोगा अर्जुन सिंह से मिलकर पूछा कि यह क्या किया आपने. इस प्रश्न के उत्तर में दारोगा ने कहा कि विवेचना के बाद शिवा को छोड़ दिया जाएगा.
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बताते चलें कि, दारोगा के इस जवाब से आहत हुई अनीता ने तीन अगस्त को पुलिस महानिदेशक से अपनी शिकायत की थी. डीजीपी को शिकायती पत्र देते हुए उसमें महिला ने सुशांत गोल्फ सिटी के थानाध्यक्ष बृजेंद्र सिंह सहित दारोगा अर्जुन सिंह, उसके मातहत सिपाही अवधेश द्वारा ली गई एक लाख रिश्वत का जिक्र किया है. वहीं सोमवार को इस रिश्वतखोरी की बात को सिपाही द्वारा कबूल करते हुए वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इस वीडियो के वायरल के बाद से पुलिस द्वारा ली गई, एक लाख की रिश्वत का मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है. वहीं एसीपी गोसाईगंज का कहना है मामले की जांच की जाएगी.