लखनऊ: मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या की साजिश के आरोपी धनंजय की गिरफ्तारी को लेकर लखनऊ पुलिस की कार्रवाई चर्चा में है. पूर्व सांसद जब तक जेल में था, तब तक पुलिस ने वारंट बी दाखिल करने का कोई प्रयास नहीं किया. अब धनंजय के जमानत पर छूटने के बाद पुलिस ने दिखावे की दबिश शुरू कर दी है.
जानें पूरा मामला
मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में साजिश के आरोपी पूर्व सांसद धनंजय सिंह के घर पर दबिश देने गई पुलिस का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ है. वीडियो में जौनपुर और लखनऊ पुलिस की टीम दिख रही है. वीडियो में खास बात यह है कि पुलिस धनंजय की तलाश में गई थी. वीडियो में पुलिस अधिकारी यह पूछते नजर आ रहे हैं कि धनंजय घर में तो नहीं है.
पुलिस की लापरवाही से बाहर है धनंजय
पूर्व सांसद जब तक जेल में था, तब तक पुलिस ने वारंट बी दाखिल करने का कोई प्रयास नहीं किया. धनंजय के जमानत पर छूटने के बाद पुलिस ने दिखावे की दबिश शुरू कर दी. अब सवाल यह उठता है कि पूर्व सांसद को अगर लखनऊ पुलिस गिरफ्तार करना चाहती है, तो उसने धनंजय के जेल में रहते वारंट बी दाखिल क्यों नहीं किया. लखनऊ पुलिस की इस बड़ी लापरवाही से धनंजय जेल से बाहर है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि अगर धनंजय हाजिर नहीं होता है तो उस पर घोषित इनाम की धनराशि बढ़ाई जाएगी. धनंजय पर लखनऊ पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.
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पत्नी को धनंजय की जमानत कराने का दे रहे सुझाव
कुर्की के डर से धनंजय ने पांच मार्च को प्रयागराज के एमपी एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था. लेकिन 31 मार्च को ही पूर्व सांसद को जमानत मिल गई थी. वायरल वीडियो में जौनपुर के एक अधिकारी धनंजय की पत्नी से अजीत मामले में भी पूर्व सांसद को जमानत करवा लेने का सुझाव देते नजर आ रहे हैं.