लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री जयप्रकाश निषाद से सरकारी विभाग में नमक सप्लाई का टेंडर दिलाने के नाम पर की ठगी की जांच की जाएगी. बीते दिनों पशुधन विभाग में आटा सप्लाई को लेकर हुई ठगी की जांच के दौरान भी मंत्री जयप्रकाश निषाद से जांचकर्ता अधिकारियों ने पूछताछ की थी. हालांकि जयप्रकाश निषाद के खिलाफ जांचकर्ता टीम को कोई सबूत नहीं मिले थे, जिसके बाद 10 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी, उसमें मंत्री के प्रधान सचिव और निजी सचिव शामिल थे. वहीं अब नमक सप्लाई के टेंडर के नाम पर की गई ठगी के तहत एसीपी विभूति खंड स्वतंत्र सिंह जांच कर रहे हैं.
नमक सप्लाई टेंडर के साथ ही पशुधन विभाग में आटे की सप्लाई का टेंडर दिलाने के नाम पर की गई धोखाधड़ी मामले में भी आशीष राय मुख्य आरोपी हैं. पशुधन घोटाले के मामले में आशीष राय के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने चार्जशीट फाइल की है. वहीं नमक सप्लाई के नाम पर की गई धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई को तेज कर दिया है.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 120 करोड़ रुपये का टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले मुख्य आरोपी आशीष राय से पुलिस की एक टीम ने लखनऊ जेल पहुंचकर पूछताछ की थी. पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में नमक की सप्लाई के टेंडर दिलाने के नाम पर अहमदाबाद के व्यापारी नरेंद्र भाई पटेल से ठगी की गई थी, जिसको लेकर हजरतगंज थाने में पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के निर्देशों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर में आशीष राय को आरोपी बनाया गया था. आशीष राय पहले ही पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर हुए घोटाले में आरोपी था. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को जेल भेज दिया था.
नमक सप्लाई के फर्जीवाड़े में पशुधन मंत्री जय प्रकाश निषाद से फिर होगी पूछताछ
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में नमक की सप्लाई का ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है. इस मामले में पुलिस एक बार फिर पशुधन राज्यमंत्री जय प्रकाश निषाद से पूछताछ करेगी.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री जयप्रकाश निषाद से सरकारी विभाग में नमक सप्लाई का टेंडर दिलाने के नाम पर की ठगी की जांच की जाएगी. बीते दिनों पशुधन विभाग में आटा सप्लाई को लेकर हुई ठगी की जांच के दौरान भी मंत्री जयप्रकाश निषाद से जांचकर्ता अधिकारियों ने पूछताछ की थी. हालांकि जयप्रकाश निषाद के खिलाफ जांचकर्ता टीम को कोई सबूत नहीं मिले थे, जिसके बाद 10 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई थी, जिन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी, उसमें मंत्री के प्रधान सचिव और निजी सचिव शामिल थे. वहीं अब नमक सप्लाई के टेंडर के नाम पर की गई ठगी के तहत एसीपी विभूति खंड स्वतंत्र सिंह जांच कर रहे हैं.
नमक सप्लाई टेंडर के साथ ही पशुधन विभाग में आटे की सप्लाई का टेंडर दिलाने के नाम पर की गई धोखाधड़ी मामले में भी आशीष राय मुख्य आरोपी हैं. पशुधन घोटाले के मामले में आशीष राय के खिलाफ लखनऊ पुलिस ने चार्जशीट फाइल की है. वहीं नमक सप्लाई के नाम पर की गई धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई को तेज कर दिया है.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 120 करोड़ रुपये का टेंडर दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले मुख्य आरोपी आशीष राय से पुलिस की एक टीम ने लखनऊ जेल पहुंचकर पूछताछ की थी. पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में नमक की सप्लाई के टेंडर दिलाने के नाम पर अहमदाबाद के व्यापारी नरेंद्र भाई पटेल से ठगी की गई थी, जिसको लेकर हजरतगंज थाने में पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के निर्देशों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर में आशीष राय को आरोपी बनाया गया था. आशीष राय पहले ही पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर हुए घोटाले में आरोपी था. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को जेल भेज दिया था.