लखनऊ: कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरा भारत लॉकडाउन है. इस लॉकडाउन की स्थिति में सबसे ज्यादा दिक्कत दैनिक मजदूरों और गरीब परिवारों के सामने आ रही है. ये लोग प्रतिदिन काम करके अपने परिवारों का पेट पालते थे, लेकिन लॉकडाउन होने के बाद इन लोगों के पास कोई काम नहीं बचा है. इसके कारण इनके परिवारों में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इन परिवारों की स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन लोगों के खाने पीने के लिए बने बनाए भोजन के अलावा सूखे राशन की भी व्यवस्था की है.
एडीसीपी ने बटवाया राशन, खाने के भी दिए पैकेट
राजधानी लखनऊ के कृष्णा नगर थाना क्षेत्र में स्थित केसरी खेड़ा के पास रह रहे झोपड़ियों में स्थानीय पुलिस ने यहां के लोगों की मजबूरी को समझते हुए खाने के पैकेट बांटने का काम कर रही है. इसके साथ ही शनिवार को एडीसीपी मध्य चिरंजीव सिन्हा ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से इस गरीब बस्ती में 10 किलो का एक पैकेट जिसमें आटा चावल दाल नमक और कुछ सब्जियां इन लोगों के बीच बंटवाया. साथ ही इन लोगों को यह भी भरोसा दिलाया कि जब तक लॉकडाउन चलता रहेगा पुलिस प्रशासन आपके पास इसी तरह राशन मुहैया कराएगा.
गरीबों ने कहा पुलिस हमारे लिए है मसीहा
लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में पुलिस का चेहरा बहुत ही सख्त नजर आया था. जब लॉकडाउन तोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन लाठी चलाते हुए और लोगों को मुर्गा बनाकर सजा देते हुए नजर आ रहा थी. उसके बाद पुलिस प्रशासन ने गरीब लोगों को मदद करने के लिए भोजन और राशन देने की जो सराहनीय पहल की है. इस पहल की प्रशंसा करते हुए लोग थक नहीं रहे हैं. वहीं गरीब लोग इन पुलिस वालों को तो अपना मसीहा भी मानने लगे हैं. लोगों ने बताया कि हमारी स्थिति भुखमरी की थी, लेकिन इन लोगों के प्रयास से हम लोग लॉकडाउन के पीरियड को आसानी से बिता सकेंगे.