लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास से चंद कदम दूर और भारी सुरक्षा बलों के घेरे में रहने वाले लोरेटो चौराहे से सटे भारतीय रेल भवन की कोठी में रेलमंत्री पीयूष गोयल के जनसंपर्क अधिकारी व आईआरएस अधिकारी आरडी वाजपेयी की पत्नी मालती देवी (50) व युवा बेटे शरद (22) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी, कमिश्नर, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव, एसटीएफ के अधिकारियों ने मौका मुआयना किया. हत्या क्यों की गई? और हत्यारे किलानुमा मकान में कैसे घुसे? इसका खुलासा करने के लिए पुलिस की छह टीमें घर के नौकरों समेत दो दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं.
बता दें, शनिवार यानी आज दोपहर अति सुरक्षा व्यवस्था वाले विवेकानंद मार्ग में स्थित बंगला नम्बर-एक के अंदर गोलियां चली, लेकिन उसकी आवाज चंद कदम पर मौजूद पुलिस को नहीं मिली. घर के लोगों की ओर से सूचना दिए जाने के बाद गौतमपल्ली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. आईआरएस अधिकारी व रेल मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी आरडी वाजपेयी की पत्नी व बेटे की हत्या की खबर मिलते ही पुलिस महानिदेशक हितेश चन्द्र अवस्थी मौके पर पहुंचे. यह पहला मौका था जब किसी वारदात के बाद डीजीपी खुद मौके पर आए थे. आसपास के लोगों से पूछताछ की गई और आनन-फानन में पुलिस ने मां-बेटे को उठाकर ट्रॉमा सेन्टर भेजा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया गया है कि परिवार में मां-बेटे के अलावा एक बेटी भी रहती थी. पुलिस अधिकारी उससे भी जानकारी हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं.
घटना की सूचना मिलने के बाद आरडी वाजपेयी के रिश्तेदार व भाजपा के नेता भी मौके पर पहुंचे और परिवार के लोगों से बातचीत की. पुलिस अधिकारियों ने घर को चारो ओर से घेर रखा है. कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है. बताया गया है कि घटना के समय घर के नौकर सर्वेन्ट क्वार्टर में थे. पुलिस सूत्रों का कहना है कि मां-बेटे को स्वाचालित हथियारों से गोली मारी गई है. मौके पर कई कारतूसों के खोखे मिले हैं, जिन्हें पुलिस ने कब्जे में ले लिया है. कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है.