लखनऊ: राजधानी की इंदिरानगर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो बाइक पर पुलिस का स्टीकर लगाकर रात को गस्त करते हुए बंद घरों की रेकी किया करते थे. रेकी करने के दौरान बंद घरों के आसपास के लोगों से उस बंद मकान मालिक की जानकारी हासिल करते थे. इसके बाद उन घरों को निशाना बनाते हुए घर सामान लेकर रफूचक्कर हो जाते थे.
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस देर रात गस्त कर रही थी. तभी मुखबिर की सूचना पर बाइक सवार दो लोगों को रोक कर उनसे पूछताछ की गई. वहीं एक बाइक पर देखा गया कि उसमें पुलिस का स्टीकर लगा हुआ था और वह क्षेत्र में भ्रमण कर रहा था, जिस पर उससे पूछताछ की गई तो वह फेक पुलिसकर्मी निकला. जब उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो कई घटनाओं का खुलासा हुआ. अभियुक्त ने बताया कि वह चोर गिरोह का सरगना सिराज अहमद है, जिस पर 20 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं. इस शातिर पर गैंगस्टर के साथ ही लूट का भी मुकदमा पंजीकृत है. इस सरगना द्वारा केवल लखनऊ ही नहीं अन्य जनपदों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है.
डीसीपी उत्तरी रईस अख्तर ने बताया कि पकड़ा गया शातिर चोर सिराज अहमद अपने गिरोह के साथ मिलकर राजधानी समेत अन्य जनपदों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया करता था. उन्होंने बताया कि सिराज अहमद एक सफेद कलर की अपाचे बाइक पर पुलिस का स्टीकर लगाए हुए था, जो रात को बंद घरों को चिन्हित किया करता था. गाड़ी पर पुलिस का स्टीकर लगा हुआ देख लोग इसको पुलिसकर्मी समझते थे, लेकिन उसी की आड़ में यह चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर रफूचक्कर हो जाया करता था.
फिलहाल इस गिरोह के आदित्य सिंह और धीरज सिंह सुलतानपुर निवासी को गिरफ्तार किया गया है. वहीं इसका एक साथी अभी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश करने में जुटी हुई है. उन्होंने बताया गिरफ्तार हुए आरोपियों के पास से 2 बाइक, 54,922 रुपये नकद, 8 मोबाइल फोन, 34 चांदी के सिक्के, दो चांदी का सिक्का, 12 सोने के कंगन, चार घड़ी, एक हार, तीन सोने के लॉकेट और 12 कान की झुमकियों को बरामद किया गया है.