लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया, जिसमें देश भर के सभी कुलपति, शिक्षाविदों, विद्वानों और अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों ने हिस्सा लिया. इस ऑनलाइन सम्मेलन में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद रहे.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने देश के सभी कुलपतियों से अपने उद्बोधन में नई शिक्षा नीति (NEP) के बारे में बताया कि NEP वह अमृत है, जो सभी हितकारी समूहों के प्रितिनिधियो द्वारा बहुत विचार विमर्श रूपी समुद्र मन्थन के बाद उत्पन हुआ है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कॉन्क्लेव को संबोधित किया और कहा कि NEP हमारे मौजूदा, पारम्परिक और सांस्कृतिक मूल्य प्रणाली को आधुनिक और तकनीकी बुनियादी ढांचे में शामिल करता है. साथ ही मानव, मानवता, अतीत और भविष्य के बीच संघनित करता है.
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद एक शब्द LIFES के माध्यम से नई शिक्षा नीति को संक्षेप में प्रस्तुत किया. प्रो. राय ने कहा कि LIFES में L का मतलब लाइफ कोचिंग से, I का मतलब भारतीय शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण (internationalization of indian education) से, F का मतलब फ्लेक्सिबिलिटी से, E का मतलब एम्प्लॉयबिलिटी जेनरेशन से, S का मतलब स्ट्रेचरल चेंज इन एजुकेशन सिस्टम से है.
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प्रो. राय ने एनईपी के छात्र केंद्रित दृष्टिकोण का स्वागत किया और इसके कार्यान्वन के माध्यम से भारतीय शिक्षा प्रणाली में हमेशा के लिए बदलाव पर विश्वास व्यक्त किया.