लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय के 100 वर्ष पूरे होने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से जुड़कर शुभकामनाएं दी. उन्होंने 'लखनऊ हम पर फिदा और हम फिदा-ए-लखनऊ' जैसे कहा चारों ओर तालियां बजने लगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी विवि के लिए 100 वर्ष का समय सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है. इसके साथ उपलब्धियों का इतिहास जुड़ा है. उन्होंने स्मारकीय सिक्के और डाक टिकट का भी विनोचन किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विवि के छात्र इन 100 सालों में देश के राष्ट्रपति से लेकर राज्यपाल तक बने. इतना ही नहीं विज्ञान, न्यायपालिका, राजनीतिक, प्रशासनिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और खेल हर क्षेत्र में लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रतिभा की पहुंच है. उन्होंने कहा कि लविवि को अपनी शैक्षणिक सीमाओं के अंतर्गत आने वाले जिलों में स्थानीय कौशल, स्थानीय उत्पादों से संबंधित पाठ्यक्रमों और कौशल विकास का विश्लेषण करना चाहिए. इससे काफी लाभ होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कहा कि देश को आजाद हुए वर्ष 2047 में 100 साल होंगे तब तक विश्वविद्यालय 2047 का विजन बनाए कि तब आप कहां होंगे और देश के लिए आप क्या करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अमूल चूल परिवर्तन किए गए हैं. नई शिक्षा नीति पर विमर्श करें.
छात्र जीवन अनमोल समय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि छात्र जीवन बहुत अनमोल समय होता है, जो एक बार गुजरने के बाद वापस नहीं लौटता है. इसलिए छात्र जीवन में मस्ती कीजिए. एक-दूसरे के साथ मित्रता कर उसको निभाएं. हमारे विद्यार्थियों में आत्मविश्वास की बहुत आवश्यकता होती है और ये तभी आता है जब अपने लिए निर्णय लेने की उसे थोड़ी आजादी मिले. बंधनों में जकड़ा शरीर और खांचे में ढला दिमाग कभी प्रोडक्टिव नहीं हो सकता.
दुनिया की सबसे बड़ी रेल कोच फैक्टी होगी रायबरेली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री में सालों पहले निवेश हुआ, संसाधन लगे, मशीनें लगीं, बड़ी-बड़ी घोषणाएं हुईं, लेकिन इसके बाद भी वहां कई वर्षों तक सिर्फ डेंटिंग-पेंटिंग का ही काम होता था. 2014 के बाद हमने सोच और तौर तरीका बदला, जिसका परिणाम यह हुआ कि कुछ महीने में ही यहां से पहला कोच तैयार हुआ. अब आलम यह है कि हर साल सैकड़ों कोच तैयार हो रहे हैं. आने वाले समय में यूपी को गर्व होगा कि दुनिया की सबसे बड़ी रेल कोच फैक्टी रायबरेली की होगी.
कई जिलों में शुरू हो रहे खाद कारखाने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले देश में यूरिया उत्पादन के कई कारखाने थे. इसके बावजूद यूरिया बाहर से मंगवाना पड़ता था. इसकी बड़ी वजह थी कि खाद कारखाने पूरी क्षमता से कार्य ही नहीं करते थे. हमने सरकार में आने के बाद एक के बाद एक नीतिगत निर्णय लिए, जिसके परिणाम स्वरूप आज देश में यूरिया कारखाने पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं. आने वाले समय में गोरखपुर, बरौनी जैसे कई जिलों में खाद कारखाने शुरू हो रहे हैं.
आजादी के बाद 'खादी फॉर फैशन'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोग निराशावादी बातें करते हैं, लेकिन आप खुद पर भरोसा कीजिये. जो ठीक और उचित हो वह कीजिये. मैंने गुजरात में सीएम रहते हुए खादी का प्रचार किया. आज खादी स्टोर से एक दिन में एक-एक करोड़ रुपये की बिक्री होती है, जबकि साल 2014 के पहले 20 वर्षों में जितने रुपयों की खादी की बिक्री हुई थी, उससे कई ज्यादा की बिक्री पिछले छह वर्षों में हुई है. मैंने नारा दिया 'आजादी से पहले खादी फॉर नेशन, आजादी के बाद खादी फॉर फैशन'.
लविवि के स्टूडेंट्स की आंखों में होती चमक
प्रधानमंत्री ने कहा कि लखनऊ यूनिवर्सिटी के कला संकाय प्रांगण में नेता सुभाष चन्द्र बोस की आवाज गूंजी थी. कल जब संविधान दिवस मनाएंगे तब नेता जी की याद आएगी. उन्होंने कहा कि कई बार लविवि के स्टूडेंट्स से बात की है. उनकी आंखों में चमक होती है. वर्तमान समय में देख रहे हैं कि देश के नागरिक कितने संयम के साथ कोरोना की इस मुश्किल चुनौती का सामना कर रहे हैं. देश को प्रेरित और प्रोत्साहित करने वाले नागरिकों का निर्माण शिक्षा के ऐसे संस्थानों में ही होता है. लखनऊ यूनिवर्सिटी दशकों से अपने इस काम को बखूबी निभा रही है. इस दौरान पीएम ने कहा कि, 'लखनऊ हम पर फिदा और हम फिदा-ए-लखनऊ'.
आज देव जागरण का दिन
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज एकादशी है. देवगण सोने जाते हैं. आज देव जागरण का दिन है. जब सभी प्राणी के साथ देवता भी सो रहे होते हैं. तब संयमी मानव लोक कल्याण के लिए काम करता है. देश को प्रेरित करने वाले नागरिकों का निर्माण ऐसे ही केंद्रों में होता है. कोरोना में अनेक संसाधन यहां जुटाएं गए हैं. लखनऊ की चिकनकारी, मुरादाबाद का पीतल, अलीगढ़ के ताले, भदोही की कालीन इन पर नए सिरे से काम हो. यही नहीं आर्ट, कल्चर, हेरिटेज की ग्लोबल रीच पर काम किया जाए.
कोरोना योद्धा के रूप में युवाओं की मुख्य भूमिका
कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा लविवि के लिए सौ वर्ष पूरे करना एक बड़ी उपलब्धि है, जो भारत में कुछ ही विश्वविद्यालयों ने हासिल की है. उन्होंने 19वीं शताब्दी में कैनिंग कॉलेज की स्थापना का उल्लेख किया, जो बाद में लखनऊ विश्वविद्यालय में बदल गया. उन्होंने आईटी चौराहा और हनुमान सेतु मंदिर में निराला की मूर्ति के बारे में उल्लेख किया, जो नीम करौरी बाबा की प्रेरणा है. उन्होंने युवाओं से मनकामेश्वर मंदिर जाने का आग्रह किया. रक्षामंत्री ने कहा कि कोविड-19 से लड़ने में कोरोना योद्धा के रूप में युवाओं की मुख्य भूमिका है. यह नया भारत ज्ञान और चरित्रवान होगा. उन्होंने कहा कि भारत तीन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है.
सिक्के और डाक टिकट का विमोचन
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने स्मारकीय सिक्के और डाक टिकट का विमोचन किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ विश्वविद्यालय के बारे में वृत्तचित्र फिल्म का उद्घाटन किया. इसके बाद कॉफी टेबल बुक का उद्घाटन किया और फिर प्रो. निशि पांडे की लिखित पुस्तक 'लखनऊ विश्वविद्यालय सौ वर्ष का एक और अंत' में उन्होंने विश्वविद्यालय के शताब्दी कैलेंडर का उद्घाटन किया. वहीं डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने कार्यक्रम में शिरकत की.
इन्हें किया गया सम्मानित
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने शताब्दी समारोह के अंतिम दिन पद्मश्री मालिनी अवस्थी, मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, क्रिकेटर सुरेश रैना, राजीव कुमार, जूही चतुर्वेदी, डॉ. नरेश त्रेहन और प्रशांत मिश्र को सम्मानित किया.