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इस सरकारी स्कूल में तैयार हो रहे कबड्डी से लेकर बैडमिंटन तक के खिलाड़ी, देखिए कैसे बदली यहां की तस्वीर

यूपी के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में संसाधन भले ही कम हो. लेकिन, यहां के शिक्षक और बच्चे किसी से कम नहीं हैं. यह अपने हुनर और काबिलियत के दम पर हर मंजिल पा सकते हैं. यह साबित करके दिखाया है लखनऊ से कंपोजिट विद्यालय भरोसा (Composite School Bharosa) ने. देखिए यह खास रिपोर्ट...

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कंपोजिट विद्यालय भरोसा के शिक्षिका और छात्र-छात्राएं
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Published : Jun 30, 2022, 10:42 AM IST

Updated : Jun 30, 2022, 10:52 AM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के काकोरी इलाके में संचालित सरकारी अपर प्राइमरी स्कूल भरोसा (Government Upper Primary School Bharosa) अब कंपोजिट विद्यालय भरोसा (Composite School Bharosa) बन गया है. स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक करीब 402 बच्चे पढ़ रहे हैं. कक्षा 6 से लेकर 8 तक में करीब 200 बच्चे पढ़ते हैं. इस स्कूल के पास ही राजकीय माध्यमिक विद्यालय भी है. यहां के शिक्षकों की मेहनत का नतीजा है कि अभिभावक राजकीय विद्यालय में जाने के बजाय कक्षा 8 तक के इस स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाना ज्यादा बेहतर समझते हैं.

यह विद्यालय अपने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के चलते अन्य सभी सरकारी, प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों से बेहद अलग है. 2017 से वॉलीबॉल कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट, ऊंची कूद, लंबी कूद, खो-खो कोर्ट, कबड्डी कोर्ट, रिले रेस ट्रैक और ग्रामीण खेलों की समस्त खेल सामग्री उपलब्ध है, जोकि विद्यार्थियों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है. बच्चों को यहां पढ़ने के साथ खेलने का भी पूरा मौका मिल रहा. इसका फायदा है कि इस स्कूल से पढ़ने वाले बच्चे कई जिला स्तरीय और मंडल स्तरीय प्रतियोगिताओं में पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं.

कंपोजिट विद्यालय भरोसा के बारे में जानकारी देतीं सहायक शिक्षिका श्वेता शुक्ला

इस विद्यालय में 12 शिक्षक, 2 अनुदेशक और एक शिक्षामित्र है. विद्यालय की सहायक शिक्षिका श्वेता शुक्ला ने बताया कि 2018 से विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कई प्रतियोगिताओं में जिला स्तर और मंडलीय स्तर पर जीत हासिल की है. छात्र नवनीत, मनस्वी और गौरव जैसे कई होनहार है जो खेलकूद में स्कूल का नाम रोशन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र सिंह और स्पोर्ट्स टीचर संजय पांडेय विद्यार्थियों को स्पेशल ट्रेनिंग देते हैं.

यह भी पढ़ें: लखनऊ के इस सरकारी स्कूल में दाखिले के लिए लगती है लाइन, लगाना पड़ता है जुगाड़

स्मार्ट क्लासरूम में होती है पढ़ाई

खेलकूद ही नहीं, बल्कि पठन-पाठन में नवाचार इस स्कूल की खासियत बन चुकी है. स्मार्ट क्लासरूम के माध्यम से बच्चों को तकनीकी के साथ जोड़कर अच्छी शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है. स्कूल की सहायक अध्यापिका श्वेता शुक्ला जोकि वर्ष 2019 की राज्य स्तरीय ICT अवार्ड विजेता हैं बच्चों को पाठ्य पुस्तक के साथ-साथ आईसीटी से भी शिक्षण प्रक्रिया को सुगम बनाए रखती हैं. विद्यालय में स्मार्ट क्लासरूम का उपयोग करके, पुस्तकों में QR code scan करके और दीक्षा ऐप का प्रयोग करके भी बच्चों को शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में शामिल रखती हैं.

स्कूल ने यह कीर्तिमान दर्ज किए

  • प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह को वर्ष-2017 के राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया.
  • स्कूल की सहायक अध्यापिका श्वेता शुक्ला को State ICT Award 2019 और State Excellent Teacher Award 2019 से नवाजा गया.
  • छात्र नवनीत (डिस्ट्रिक्ट लेवल), मनस्वी (मंडल लेवल) ने खेलकूद की प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीते.
  • जिला स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में विद्यालय के पात्र राम श्री, शिवा और खुशबू ने अपने हुनर का लोहा मनवाया.

यह भी पढ़ें: लखनऊ में बिना शिक्षकों के चल रहे 52 सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल, जानिए कैसे हो रही पढ़ाई

यह टीम बदल रही स्कूल की तस्वीर

स्कूल में 11 शिक्षक 2 अनुदेशक और एक शिक्षामित्र की एक टीम स्कूल की तस्वीर बदलने में लगी हुई है. इस टीम में प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह के साथ सहायक शिक्षक संजय पांडे, पंकज जैन, वीणा मिश्रा, अमिता गुप्ता, कंचन यादव, शिप्रा श्रीवास्तव, सविता सिंह, मधु लता, महिमा सक्सेना, शैलजा यादव और श्वेता शुक्ला बच्चों के जीवन को एक नई दिशा देने में लगी हैं. अनुदेशक अमिता और राम विकास के साथ शिक्षामित्र निशा वर्मा के सहयोग से बदलाव के इस अभियान को रफ्तार दी जा रही है.

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लखनऊ: राजधानी लखनऊ के काकोरी इलाके में संचालित सरकारी अपर प्राइमरी स्कूल भरोसा (Government Upper Primary School Bharosa) अब कंपोजिट विद्यालय भरोसा (Composite School Bharosa) बन गया है. स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक करीब 402 बच्चे पढ़ रहे हैं. कक्षा 6 से लेकर 8 तक में करीब 200 बच्चे पढ़ते हैं. इस स्कूल के पास ही राजकीय माध्यमिक विद्यालय भी है. यहां के शिक्षकों की मेहनत का नतीजा है कि अभिभावक राजकीय विद्यालय में जाने के बजाय कक्षा 8 तक के इस स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाना ज्यादा बेहतर समझते हैं.

यह विद्यालय अपने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के चलते अन्य सभी सरकारी, प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों से बेहद अलग है. 2017 से वॉलीबॉल कोर्ट, बैडमिंटन कोर्ट, ऊंची कूद, लंबी कूद, खो-खो कोर्ट, कबड्डी कोर्ट, रिले रेस ट्रैक और ग्रामीण खेलों की समस्त खेल सामग्री उपलब्ध है, जोकि विद्यार्थियों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है. बच्चों को यहां पढ़ने के साथ खेलने का भी पूरा मौका मिल रहा. इसका फायदा है कि इस स्कूल से पढ़ने वाले बच्चे कई जिला स्तरीय और मंडल स्तरीय प्रतियोगिताओं में पुरस्कार प्राप्त कर रहे हैं.

कंपोजिट विद्यालय भरोसा के बारे में जानकारी देतीं सहायक शिक्षिका श्वेता शुक्ला

इस विद्यालय में 12 शिक्षक, 2 अनुदेशक और एक शिक्षामित्र है. विद्यालय की सहायक शिक्षिका श्वेता शुक्ला ने बताया कि 2018 से विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कई प्रतियोगिताओं में जिला स्तर और मंडलीय स्तर पर जीत हासिल की है. छात्र नवनीत, मनस्वी और गौरव जैसे कई होनहार है जो खेलकूद में स्कूल का नाम रोशन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य वीरेन्द्र सिंह और स्पोर्ट्स टीचर संजय पांडेय विद्यार्थियों को स्पेशल ट्रेनिंग देते हैं.

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स्मार्ट क्लासरूम में होती है पढ़ाई

खेलकूद ही नहीं, बल्कि पठन-पाठन में नवाचार इस स्कूल की खासियत बन चुकी है. स्मार्ट क्लासरूम के माध्यम से बच्चों को तकनीकी के साथ जोड़कर अच्छी शिक्षा देने का प्रयास किया जा रहा है. स्कूल की सहायक अध्यापिका श्वेता शुक्ला जोकि वर्ष 2019 की राज्य स्तरीय ICT अवार्ड विजेता हैं बच्चों को पाठ्य पुस्तक के साथ-साथ आईसीटी से भी शिक्षण प्रक्रिया को सुगम बनाए रखती हैं. विद्यालय में स्मार्ट क्लासरूम का उपयोग करके, पुस्तकों में QR code scan करके और दीक्षा ऐप का प्रयोग करके भी बच्चों को शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में शामिल रखती हैं.

स्कूल ने यह कीर्तिमान दर्ज किए

  • प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह को वर्ष-2017 के राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया.
  • स्कूल की सहायक अध्यापिका श्वेता शुक्ला को State ICT Award 2019 और State Excellent Teacher Award 2019 से नवाजा गया.
  • छात्र नवनीत (डिस्ट्रिक्ट लेवल), मनस्वी (मंडल लेवल) ने खेलकूद की प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीते.
  • जिला स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में विद्यालय के पात्र राम श्री, शिवा और खुशबू ने अपने हुनर का लोहा मनवाया.

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यह टीम बदल रही स्कूल की तस्वीर

स्कूल में 11 शिक्षक 2 अनुदेशक और एक शिक्षामित्र की एक टीम स्कूल की तस्वीर बदलने में लगी हुई है. इस टीम में प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह के साथ सहायक शिक्षक संजय पांडे, पंकज जैन, वीणा मिश्रा, अमिता गुप्ता, कंचन यादव, शिप्रा श्रीवास्तव, सविता सिंह, मधु लता, महिमा सक्सेना, शैलजा यादव और श्वेता शुक्ला बच्चों के जीवन को एक नई दिशा देने में लगी हैं. अनुदेशक अमिता और राम विकास के साथ शिक्षामित्र निशा वर्मा के सहयोग से बदलाव के इस अभियान को रफ्तार दी जा रही है.

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Last Updated : Jun 30, 2022, 10:52 AM IST
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