लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अहम कदम उठाए हैं. सरकार की ओर से महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक निर्भया फंड बनाया गया. इस फंड से 40 करोड़ रुपए की राशि महिला और बाल विकास कल्याण मंत्रालय ने परिवहन निगम को भेजी. परिवहन विभाग ने इस फंड से 50 पिंक बसें सिर्फ महिलाओं की यात्रा के लिए खरीदी हैं. ये सभी बसें सुरक्षा की दृष्टि से आधुनिक उपकरणों से लैस हैं.
इसके साथ ही इंटरसेप्टर पर मैसेज भी चला जाता है. इंटरसेप्टर पर तैनात अफसर भी सहायता के लिए मौके पर पहुंच जाते हैं. बस के कैमरे हर गतिविधि को रिकार्ड करते हैं.
सभी रोडवेज में लगेगी पैनिक बटन
पिछली सरकार में महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने सदन में सीसीटीवी पर एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि क्या सिर्फ कैमरे से ही महिला सुरक्षा हो पाना सम्भव है? पूर्व मंत्री के इस बयान के बाद रोडवेज बसों में सीसीटीवी लगाने की योजना ठप हो गई थी. कैमरे के लिए निर्भया फंड से मिलने वाला पैसा वापस हो गया था. लेकिन अब रोडवेज बसों में सीसीटीवी नहीं बल्कि पैनिक बटन लगाए जाएंगे.
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सात साल पहले दिल्ली में दरिंदों ने बस के अंदर सामूहिक दुष्कर्म जैसी ह्रदय विदारक घटना को अंजाम दिया था. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इस घटना के बाद सरकार ने महिला सुरक्षा पर कई कदम उठा रही है.