लखनऊ : पीलीभीत थाना बरखेड़ा क्षेत्र के ग्राम खजुरिया पचपेड़ा में कुछ दिनों से बाघिन का आंतक बना हुआ था. इससे पीलीभीत वन विभाग ने शनिवार बाघिन को कैद में कर लिया है. वहीं बाघिन जीवन के अंतिम पड़ाव में होने से आला आधिकारियों ने निर्णय लिया कि उसे लखनऊ के चिड़ियाघर में भेजा जाय.
- बीते दिन खेत पर काम कर रहे दो युवकों पर पीछे से हमला कर दिया था.
- इसके चलते दोनों युवक गंभीर रुप से घायल हो गए थे.
- पिछले कई दिनों से बाघिन के पदचिन्ह भी वहां पर देखे जा रहे थे.
- पदचिन्हों से अनुमान लगाया जा रहा था कि बाघिन गांव के गन्ने के खेत में छुपी हुई बैठी है.
- जिसके चलते बाघिन शिकार की तलाश में हमलावर होती जा रही थी.
- शनिवार को दो युवकों पर एक साथ हमला करने की सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने बाघिन को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन बाघिन को पकड़ने में नकामयाब रहे.
- इसके बाद ट्रेंकुलाइज गन की सहायता से बाघिन को बेहोश करके पकड़ा गया.
पकड़ी गई बाघिन की उम्र 12 वर्ष है. पकडे़ जाने के बाद अधिकारियों के आदेश पर उसे पानी और भोजन मिला. बाघिन की हालत नाजुक होने की वजह से कुछ खा तो नहीं सकी लेकिन पानी पीकर रात गुजार दी. बताया जा रहा है कि बाघिन बूढ़ी हो गई है दांत और नाखून घिस चुके हैं.
बाघिन जीवन की अंतिम पड़ाव में चल रही है. यहां पर छोड़ा तो खतरे से खाली नहीं था. इसके लिए अधिकारियों के आदेश मिलने के बाद उसे लखनऊ चिड़ियाघर ले जाने की अनुमति मिली. अधिकारियों का आदेश मिलने के बाद उसे लखनऊ चिड़ियाघर ले जाया गया है. बाघिन को ले जाने के लिए एक टीम बनायीं गई थी जिसमें एफडी राजा मोहन डॉक्टरों के पैनल के साथ उसे लखनऊ अपने साथ ले गए.
आदर्श कुमार, डीएफओ