लखनऊ: राज्य में आयोग द्वारा स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) की भर्ती होनी है. इसमें पेट (प्रारंभिक अर्हता परीक्षा) भी प्रस्तावित थी. इसको लेकर एनएचएम संविदा कर्मियों ने विरोध किया है, जिसको लेकर अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने आयोग को पत्र लिखा है.
बता दें कि परिवार कल्याण विभाग में 9,212 पदों पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) की भर्ती होनी है. इसमें पेट परीक्षा होनी है. इसको लेकर एनएचएम संविदा कर्मियों ने विरोध किया है. एनएचएम संविदा कर्मियों के विरोध को देखते हुए अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने आयोग से पेट परीक्षा न कराने की गुजारिश की है. इसको लेकर उन्होंने आयोग को पत्र भी लिखा है.
वहीं दूसरी तरफ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश ने स्वास्थ्य महानिदेशालय द्वारा किए गए स्थानांतरण को अनियमित करार दिया है. उन्हें तत्काल निरस्त करने की मांग की है. परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने कहा कि स्वास्थ्य महानिदेशालय द्वारा स्थानांतरण की अंतिम तारीख में जल्दबाजी में फार्मासिस्ट, लैब टेक्निशियन आदि संवर्गों के स्थानांतरण की सूची जारी की गई. समायोजन के नाम पर भी स्थानांतरण किया गया है. कुछ नाम ऐसे भी हैं, जनपदों में उस नाम का कोई कर्मी ही नहीं है.
वहीं अनेक पदाधिकारियों के भी स्थानांतरण किए गए हैं. पति-पत्नी दोनों कार्मिकों को नीति विरुद्ध तरीके से सदूर जनपदों में अलग-अलग भेजा गया है. लिपिक संवर्ग के कर्मियों का ट्रांसफर 200 से 500 किलोमीटर की दूरी पर किया गया है. ऐसे में परिषद ने महानिदेशक से तत्काल सूची को निरस्त करने की मांग की है. वहीं सूची निरस्त न होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
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मुंबई से फिल्म की शूटिंग करने आई टीम में 5 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. ऐसे में डेल्टा प्लस वेरिएंट की आशंका को लेकर सैंपल जीन सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं. इसकी रिपोर्ट 7 से 10 दिन में आएगी. वहीं टीम के संपर्क में आए 300 लोगों की जांच की गई. इनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई.