लखनऊ : राजधानी में इन दिनों ब्लैक फंगस के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके चलते मरीज और तीमारदार दोनों ही परेशान हैं. इस बीच ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के परिजनों को एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन नहीं प्राप्त हो रहा है. वहीं इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी को रविवार सिर्फ 50 इंजेक्शन सीएमओ द्वारा प्राप्त हुई. सवाल ये है कि अब 50 इंजेक्शन से कितने लोगों को दी जाए, ताकि मरीज की जान बच सके. क्योंकि जरूरत तो 720 इंजेक्शन की है.
मांग ज्यादा, इंजेक्शन कम
इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के चेयरमेन ओम प्रकाश पाठक ने बताया कि वर्तमान में सीएमओ द्वारा लगभग 40 से ऊपर मरीजों के लिए इंजेक्शन वितरण के लिए औपचारिकताएं पूरी कराने के बाद इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी लखनऊ को पत्र जारी किया जा चुका है. जिसमें प्रत्येक मरीज को 3 दिन की डोज के हिसाब से 18 इंजेक्शन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं. इस प्रकार से लगभग 720 इंजेक्शन वितरण के लिए तत्काल चाहिए. लेकिन सिर्फ 50 इंजेक्शन प्राप्त करने के लिए सीएमओ स्टोर से लगातार फोन आ रहा है. समस्या ये है कि जरूरत 720 इंजेक्शन की है लेकिन सिर्फ 50 इंजेक्शन ही दिया जा रहा है.
डीएम को भेजा पत्र
उन्होंने बताया कि इस पर संस्था ने डीएम से मांग किया है कि इस बाबत गाइडलाइन जारी करें, ताकि पर्याप्त मात्रा में संस्था को इंजेक्शन मिल सकें और संस्था मरीज के परिजनों को इंजेक्शन मुहैया करा सके.
ब्लैक फंगस इंजेक्शन की किल्लत
दरअसल, ब्लैक फंगस का इंजेक्शन लखनऊ में नहीं मिल रहा. रेड क्रास सोसाइटी ने अब हाथ खड़े कर दिए हैं. गैर सरकारी अस्पतालों के मरीजों को तत्काल में 720 इंजेक्शन चाहिए. लेकिन रेड क्रॉस सोसाइटी को सिर्फ 50 इंजेक्शन मिले. संस्था ने 9 जगहों से अनुमति ली, इसके बाद भी इंजेक्शन नहीं मिले. ऐसे में मरीजों के परिजन नाराज हैं और कई बार हंगामा भी हुआ. मरीज मौत के मुंह पर खड़े हैं लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई भी नहीं है. जिस इंजेक्शन से मरीज को बचाया जा सकता है, शहर में वह इंजेक्शन ही खत्म है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से पर्याप्त मात्रा में संस्था को इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं. जिसकी वजह से गैर सरकारी अस्पताल में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों को तनिक भी राहत नहीं मिल रही है.