लखनऊः गोमती नगर इलाका कभी हरे भरे पेड़ों का जंगल हुआ करता था. अब यह कंक्रीट का जंगल बन चुका है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने भूखंडों के साथ बहुमंजिला कॉलोनी विकसित की है. शहर की इस पॉश कॉलोनी में बंदरों के आतंक की वजह से लोगों की जान पर बन आई है. ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा, जिस दिन बंदर किसी को घायल न करते हो. बन्दर ही नहीं कुत्तों के भय से भी नागरिक परेशान हैं.
गोमतीनगर में सड़कों पर कुत्ते बच्चों, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों को दौड़ा कर काट लेते हैं. बच्चे बाहर निकलने से घबराने लगे हैं. वहीं बंदर घर के अंदर तक घुसकर हमला बोल रहे हैं. इसके बावजूद नगर निगम और वन विभाग के अधिकारी इस समस्या को हल्के में ले रहे हैं. शहर में इतनी दहशत फैली होने के बावजूद कोई कारवाई न होने से लोगों में नाराजगी है.
गोमतीनगर जनकल्याण, लखनऊ महासमिति के सचिव रूप कुमार शर्मा ने बताया कि बंदर झुंड में गोमतीनगर के विभिन्न खण्डों में अचानक धावा बोल देते हैं. घरों व सड़क के पेड़ों-पौधों, गमलों आदि को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ अक्सर बच्चों, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों को काट भी लेते हैं. बिजली व केबिल के तारों पर झूल कर उन्हें तोड़ भी देते हैं. बन्दरों से डर कर कई लोग छत से गिर कर घायल भी हो चुके हैं. इस सम्बंध में गोमतीनगर जनकल्याण महासमिति के द्वारा नगर निगम व वन विभाग को बन्दरों व कुत्तों के आतंक से छुटकारा दिलाने के लिए कई बार पत्र लिखा गया है, लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है.