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मानसून की दस्तक से मौसम हुआ खुशनुमा, लोगों को मिली गर्मी से राहत - प्रदेश में बारिश

राजधानी लखनऊ में मानसून की दस्तक से मौसम खुशनुमा हो गया है. बीते दिनों भीषण गर्मी का प्रकोप झेल रहे लोगों को बारिश से राहत मिली. दरअसल मानसून के देरी से आने की उम्मीद जताई जा रही थी.

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Published : Jun 23, 2019, 11:16 PM IST

लखनऊ: भीषण गर्मी और तपिश के बाद अब मानसून ने राजधानी में दस्तक दे दी है. मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया था कि इस वर्ष मानसून देरी से आएगा पर फिर भी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई बारिश और बौछारों ने जहां एक तरफ मौसम को खुशनुमा बना दिया. वहीं, लोगों ने भी इसका जमकर लुत्फ उठाया.

मानसून की दस्तक से लोगों को मिली गर्मी से राहत.
...इस कारण जल्दी आया मानसून
  • लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. ध्रुव सेन सिंह ने ईटीवी भारत से मानसून के बारे में खास बातचीत की.
  • प्रोफेसर डॉ. ध्रुवसेन सिंह के अनुसार, लो प्रेशर जोन के चलते मानसून ने पहले दस्तक दी है.
  • लो प्रेशर जोन उन हवाओं को आकर्षित करती है, जिसकी वजह से वाष्पीकरण के चलते बारिश होने लगती है.
  • अलनीनो का प्रभाव भी कहीं न कहीं क्षीण होता जा रहा है, जिसकी वजह से मानसून में तेजी आ रही है ,

मानसून पिछले वर्षो की अपेक्षा देरी से आ रहा है. इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन यह सब कम वायुदाब और अल नीनो फैक्टर के चलते हो रहा है. बारिश का मौसम अगले 2 से 3 महीने तक चलेगा. इस लिहाज से अगस्त से सितंबर तक बारिश का मौसम रहने की संभावना जताई जा सकती है.
- डॉ ध्रुव सेन सिंह, प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय

लखनऊ: भीषण गर्मी और तपिश के बाद अब मानसून ने राजधानी में दस्तक दे दी है. मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया था कि इस वर्ष मानसून देरी से आएगा पर फिर भी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई बारिश और बौछारों ने जहां एक तरफ मौसम को खुशनुमा बना दिया. वहीं, लोगों ने भी इसका जमकर लुत्फ उठाया.

मानसून की दस्तक से लोगों को मिली गर्मी से राहत.
...इस कारण जल्दी आया मानसून
  • लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. ध्रुव सेन सिंह ने ईटीवी भारत से मानसून के बारे में खास बातचीत की.
  • प्रोफेसर डॉ. ध्रुवसेन सिंह के अनुसार, लो प्रेशर जोन के चलते मानसून ने पहले दस्तक दी है.
  • लो प्रेशर जोन उन हवाओं को आकर्षित करती है, जिसकी वजह से वाष्पीकरण के चलते बारिश होने लगती है.
  • अलनीनो का प्रभाव भी कहीं न कहीं क्षीण होता जा रहा है, जिसकी वजह से मानसून में तेजी आ रही है ,

मानसून पिछले वर्षो की अपेक्षा देरी से आ रहा है. इसमें कोई शक नहीं है, लेकिन यह सब कम वायुदाब और अल नीनो फैक्टर के चलते हो रहा है. बारिश का मौसम अगले 2 से 3 महीने तक चलेगा. इस लिहाज से अगस्त से सितंबर तक बारिश का मौसम रहने की संभावना जताई जा सकती है.
- डॉ ध्रुव सेन सिंह, प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय

Intro:लखनऊ। पिछले दिनों की भीषण गर्मी और तपिश के बाद अब मानसून ने राजधानी में दस्तक दे दी है। हालांकि मौसम विज्ञानियों ने अनुमान लगाया था कि इस वर्ष मानसून देरी से आएगा पर फिर भी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई बारिश और हल्की फुल्की बौछारों ने जहां एक तरफ मौसम को खुशगवार बना दिया वहीं लोगों ने भी इसका जमकर लुत्फ उठाया।


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मौसम मानसून के बारे में लखनऊ विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ ध्रुव सेन सिंह के अनुसार, मौसम विज्ञानियों ने हनुमान सरूर लगाया था कि इस वर्ष मानसून देरी से आएगा पर कहीं ना कहीं लो प्रेशर जोन के चलते मानसून पहले दस्तक दी है सत्संग के अनुसार लो प्रेशर जो उन हवाओं को आकर्षित करती है जिसकी वजह से वाष्पीकरण के चलते बारिश होने लगती है।

इसके अलावा डॉ सिंह कहते हैं कि अलनीनो का प्रभाव भी कहीं न कहीं क्षीण होता जा रहा है जिसकी वजह से मानसून में तेजी आ रही है और मौसम विज्ञानियों के कहने की अपेक्षा मानसून पहले ही आ गया।

डॉ ध्रुव सेन सिंह कहते हैं कि मानसून पिछले वर्षो की अपेक्षा देरी से आ रहा है इसमें कोई शक नहीं है लेकिन यह सब कम वायुदाब और अलनीनो फैक्टर के चलते हो रहा है।

मौसम सुहाना होने के साथ-साथ बारे में भी गिरावट आई है जहां पिछले दिनों पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा रहा था वही उसे 2 दिनों से राजधानी का अधिकतम पारा 33 डिग्री दर्ज किया गया है


Conclusion:डॉ सिंह के अनुसार, बारिश का मौसम अगले 2 से 3 महीने तक चलेगा। इस लिहाज से अगस्त से सितंबर तक बारिश का मौसम।रहने की संभावना जताई जा सकती है।

बाइट- डॉ ध्रुव सेन सिंह, प्रोफेसर

रामांशी मिश्रा
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