लखनऊः साल 2020 को समाप्त होने में अब कुछ क्षण बचे हैं. वहीं इस साल के बचे हुए पलों को लोग अपनी यादों में सहेजने के लिए राजधानी लखनऊ के हजरतगंज पहुंचे. हालांकि पिछले साल की अपेक्षा इस बार चौथाई लोग भी नहीं पहुंचे हैं. क्योंकि पिछले साल जहां कोविड-19 संक्रमण नहीं था तो वहीं इस साल को भी कोरोना के संक्रमण की वजह से लोग इस बार नए साल को घरों में ही मना रहे हैं. इस पर उन्हें इस बात का हमेशा मलाल रहेगा की वह साल 2020 को अलविदा नहीं कह पाए और आने वाले साल 2021 का स्वागत नहीं कर पाए.
कोविड के चलते नए साल पर फीकी रही रौनक
कोविड-19 का संक्रमण कम होने लगा तो लोग काफी ज्यादा खुश हो रहे थे. क्योंकि कोरोना की वजह से जहां उनकी आजादी को प्रभावित किया है. वहीं व्यापार से लेकर नौकरियां भी प्रभावित हुई है, लेकिन अब कोरोना के नए स्ट्रेन की वजह से फिर वह परेशान दिखने लगे हैं. नए साल को मनाने के लिए हजरतगंज पहुंचे लोगों में किसी बात की चिंता दिखाई दी. हजरतगंज में दुकानें तो खुली रही, लेकिन उनमें सन्नाटा रहा. कुछ खाने पीने की दुकानों पर ही हल्की-फुल्की भीड़ रही.
आने वाले साल से है उम्मीदें
राजधानी वासियों ने ईटीवी भारत से बातचीत ने बताया कि यह साल उनके लिए अच्छा नहीं रहा. वहीं अब आने वाले साल से उनको उम्मीदें हैं कि शायद यह साल उनके लिए अच्छा हो, जिससे कि वह खुल कर मजे ले सकें. वहीं रुचिता नाम की महिला ने बताया कि इस साल वह कोरोना वायरस से पीड़ित रहीं, जिसका असर अभी भी उसके स्वास्थ्य पर दिखाई दे रहा है, लेकिन आने वाले साल के लिए वह भगवान से प्रार्थना करती हैं कि वह राहत देने वाला हो.
अलग-अलग तरह के व्यंजनों का लिया लोगों ने मजा
इस बार पुलिस और प्रशासन ने लोगों से यही उम्मीद की थी कि कोविड-19 संक्रमण के चलते ज्यादा लोग घरों से बाहर न निकलें. इसीलिए नव वर्ष के लिए के आयोजनों पर कड़ी निगरानी है. सड़कों पर पुलिस बल ज्यादा और लोग कम दिखाई दिए. वहीं लोगों ने सबसे ज्यादा चाट का मजा लिया. चाट किंग नाम से मशहूर हरदयाल मौर्य ने बताया कि इस बार उन्होंने आलू-कचालू और मटर पापड़ी किस्म की चाट बनाई है, जिसका लोग खूब मजे ले रहे हैं.