लखनऊ: मलिहाबाद के दिलावरनगर गांव में 11 सितम्बर को रामबिलास रावत की मौत हो गई थी. वहीं 12 सितम्बर को भतोइया गांव में प्रदर्शन के दौरान संदिग्ध हालत में पप्पू कुरैशी घायल हो गया था. जिसे ग्रामीणों ने अस्पताल में भर्ती कराया था. रविवार देर रात ट्रामा सेन्टर में पप्पू की मौत हो गई.
सोमवार दोपहर मे पप्पू के परिजनों ने मुआवजा और अंतिम संस्कार के लिए परिवार को शव दिए जाने की मांग को लेकर भतोइया गांव में लखनऊ-हरदोई राजमार्ग पर जाम लगा दिया. प्रशासन की मुस्तैदी के चलते मौके पर पहुंचे एसपी ग्रामीण हृदयेश कुमार, एसडीएम अजय कुमार राय व सीओ नईमुल हसन, इंस्पेक्टर चिरंजीव मोहन द्वारा ग्रामीणों को समझा बुझाकर शान्त कराया गया.
11 सितंबर को दिलावरनगर गांव निवासी रामबिलास रावत की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा किए गए जाम व प्रदर्शन के दौरान संदिग्ध हालत में भतोइया गांव निवासी पप्पू कुरैशी घायल हो गया था. परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया था. रविवार देर रात इलाज के दौरान ट्रामा सेंटर में पप्पू ने दम तोड़ दिया. मृतक कोरोना पॉजिटिव था. नियमों के अनुरूप अंतिम संस्कार के लिए शव को परिजनों के सुपुर्द नहीं किया गया.
इससे नाराज ग्रामीणों ने सोमवार को भतोइया गांव में करीब दस मिनट के लिए राजमार्ग जाम किया. मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन के आलाधिकारियों ने हर सम्भव सहायता दिलाए जाने का आश्वासन देकर शान्त करवाया. एसडीएम अजय कुमार राय ने परिजनों से बातचीत की. अंतिम संस्कार में परिवार को शामिल करने और मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजा, आवास, पेंशन और शादी अनुदान दिलाने के आश्वासन पर परिजन शांत हुए.