लखनऊ: कोरोना की दूसरी लहर कमजोर हुए 2 महीने से अधिक हो गए हैं लेकिन अब भी राजधानी के अस्पतालों में पोस्ट कोविड के मरीज बड़ी संख्या में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. किसी को सांस लेने में समस्या हो रही है तो कोई मानसिक तौर पर बीमार हो गया है. डॉक्टरों के मुताबिक एक बार जिसे कोविड हो चुका है, उसका इम्यूनिटी सिस्टम एकदम स्ट्रांग हो जाता है या फिर उनका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है. इनको अन्य बीमारियां घेर रही हैं. ऐसे मरीजों की संख्या अस्पतालों में बढ़ती जा रही है. ईटीवी भारत ने बुधवार को हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल में जाकर पोस्ट कोविड मरीजों से बातचीत की. राजधानी के अन्य अस्पतालों में भी पोस्ट कोविड मरीजों का यही हाल है.
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उन्होंने बताया कि कोरोना के दौरान मरीज का शरीर बहुत कमजोर हो जाता है. इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है, इसलिए जरूरी है कि कोरोना के बाद शरीर को पूरी डाइट दी जाए. पोस्ट कोविड के मरीजों को हर घंटे के अंतराल पर हाई प्रोटीन फूड दिया जाए. इसमें दाल, चावल, कीवी, भीगे हुए ड्राई-फ्रूट, पोहा, अंकुरित मूग, उबला चना, दूध, सलाद , पनीर, अंडा, मूंगफली और आंवला जूस इत्यादि का सेवन करना चाहिए.
अस्पतालों की इमरजेंसी में पोस्ट कोविड मरीजों की संख्या
- सिविल अस्पताल- 10-15 मरीज प्रतिदिन
- बलरामपुर अस्पताल- 15-20 मरीज प्रतिदिन
- लोहिया अस्पताल- 15-50 मरीज प्रतिदिन
- केजीएमयू- 15 से अधिक मरीज प्रतिदिन
- लोकबंधु अस्पताल- 10-15 मरीज प्रतिदिन