लखनऊ : उत्तर प्रदेश में प्रचंड गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है. जहां एक तरफ मौसम विभाग के वैज्ञानिक अनुमान लगा रहे हैं कि सोमवार से मौसम में परिवर्तन होगा और मानसून आने की संभावना जताई जा रही है. उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हुई 54 मौत का कारण गर्मी बताई जा रही है. हालांकि, इस मामले को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने खुद संज्ञान लिया है और जल्द से जल्द इस पर बलिया के जिला अस्पताल के सीएमएस से रिपोर्ट मांगी है. गर्मी के चलते लगातार लोगों की तबीयत खराब हो रही है. इन दिनों अस्पतालों में भी भयानक भीड़ देखने को मिल रही है. यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गर्मी को लेकर दिशा निर्देश जारी किये हैं.
सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एके श्रीवास्तव के मुताबिक, 'इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. ऐसे में अस्पताल में भी डिहाइड्रेशन और बीपी कम और ज्यादा होने की शिकायत लेकर मरीज पहुंच रहे हैं. इसके अलावा अस्पताल की इमरजेंसी में भी अचानक चक्कर खाकर गिरने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. उन्होंने बताया कि इस मौसम में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि लोग अपनी सेहत के प्रति जागरूक रहें. बहुत ही ज्यादा जरूरी होने पर ही घर के बाहर निकलें. ऐसे लोग जो घर के बाहर ही काम के लिए बाहर जा रहे हैं उन्हें भी पूरे एतिहात के साथ बाहर निकलना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि 'मौजूदा समय में तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस पहुंच रहा है. ऐसे में बहुत ज्यादा जरूरी है कि लोग अपना ख्याल रखें. उन्होंने कहा कि अगर घर में बुजुर्ग और बच्चे हैं तो उनका विशेषकर ख्याल रखना चाहिए, क्योंकि इस मौसम में बच्चे डायरिया की चपेट में आ जाते हैं. ऐसे मौसम में अगर कोई भी व्यक्ति डायरिया से पीड़ित है तो सबसे पहले अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाएं और इलाज सुनिश्चित करें. इसके अलावा घर पर ही ओआरएस और मूंग के दाल की खिचड़ी खाएं. एक बार में भरपेट खाना खाने की वजह दिन में थोड़ा-थोड़ा कुछ न कुछ खाते रहें, जिससे पेट में भारीपन भी नहीं होगा और व्यक्ति को ठीक भी लगेगा.'
भीषण पड़ रही गर्मी में क्या करें |
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क्या न करें |
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