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डिप्टी सीएम ने की तारीफ, बलरामपुर अस्पताल में पांच मिनट के अंदर मरीज को मिला प्राथमिक उपचार! - राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल

मंगलवार को राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल हुई. इस दौरान चिकित्सालय में उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने ट्रीटमेंट कर रहे मरीज और चिकित्सकों को देखा.

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Published : Apr 11, 2023, 5:56 PM IST

Updated : Apr 11, 2023, 10:35 PM IST

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लखनऊ : राजधानी लखनऊ में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. मरीजों की संख्या में इजाफा देखते हुए प्रदेश सरकार भी अलर्ट हो गई है. मंगलवार को प्रदेश के जिलों में मॉकड्रिल शुरू हुई. इस दौरान राजधानी के बलरामपुर जिला चिकित्सालय में उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पहुंचे. मॉकड्रिल के दौरान डिप्टी सीएम ने अस्पताल में तमाम चिकित्सा व्यवस्थाओं को देखा. महज चार से पांच मिनट में अस्पताल में इमरजेंसी में आए मरीज को प्राथमिक उपचार प्राप्त हुआ. डिप्टी सीएम ने ट्रीटमेंट कर रहे मरीज और चिकित्सकों को मॉनीटर किया. उन्होंने देखा कि वेंटिलेटर ठीक तरह से चल रहा है, ऑक्सीजन की सप्लाई है या नहीं.

राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल
राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल


कोविड मरीजों के इलाज का प्रबंध जांचने के लिए लखनऊ के अस्पतालों में मंगलवार को मॉकड्रिल हुई. बलरामपुर अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखने के लिए खुद डिप्टी सीएम मौके पर पहुंचे. डमी मरीज को भर्ती कराने की प्रक्रिया डिप्टी सीएम ने देखी, साथ ही इंतजामों की तारीफ भी की. उन्होंने देखा कि किस तरह से इमरजेंसी में आए मरीज को कितने मिनट में इलाज मुहैया हो पाएगा. इस दौरान चार से पांच मिनट में भर्ती मरीज की सभी जांचें करा दी गईं. इसके अलावा मरीज को कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया, जहां पर वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था थी. मरीज को पांच मिनट के अंदर ही पूरा प्राथमिक इलाज मिल चुका था.

राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल
राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल

उन्होंने देखा कि पीपीई किट में डॉक्टर-कर्मचारी डमी मरीज को स्ट्रेचर से सुपर स्पेशयलिटी ब्लॉक ले जा रहे हैं. सबसे पहले ऑक्सीमीटर से मरीज के पल्स जांच हुई. फिर शरीर का तापमान मापा गया. डॉक्टरों ने डमी मरीज की हालत गंभीर बताई. मरीज को वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत बताई. डॉक्टरों ने तुरंत मरीज को वेंटिलेटर पर रखा. मरीज को वार्ड में लाने से लेकर वेंटिलेटर पर रखने की प्रक्रिया में पांच से सात मिनट का समय लगा. तत्काल इलाज मिला. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अस्पताल के निदेशक डॉ. रमेश गोयल और सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता से इलाज की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा. ऑक्सीजन की आपूर्ति व खपत के बारे में जानकारी हासिल की. अस्पताल की व्यवस्थाओं की डिप्टी सीएम ने तारीफ की.

राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल
राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल

कोविड से मुकाबले को तैयार : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि 'प्रदेश के कई अस्पतालों में मॉकड्रिल हुई है. लखनऊ में करीब दस अस्पतालों में कोविड मरीज की भर्ती की व्यवस्था का अभ्यास किया गया. सभी अस्पतालों में तैयारियां पुख्ता मिलीं. कोविड से मुकाबले के लिए अस्पताल सक्षम हैं. दवा से लेकर ऑक्सीजन तक के प्रबंध ठीक मिले. उन्होंने कहा कि डॉक्टर-कर्मचारी मरीजों की सेवा में डटे हैं.'

अस्पताल में आरक्षित 10 बेड : बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि 'कोविड को लेकर अब हम एक्सपर्ट हो गए हैं. बलरामपुर जिला चिकित्सालय में कोविड को लेकर तमाम व्यवस्था पहले से ही की गई थी. अस्पताल में कोविड से बचाव के लिए सभी व्यवस्था की गई है. अलग से 10 बेड का वार्ड बनाया गया है. इन सभी बेड पर वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित की गई है. अस्पताल के निदेशक डॉ रमेश गोयल ने कहा कि 'कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त रहे. डिप्टी सीएम बजेश पाठक ने मॉकड्रिल की शुरुआत की. अस्पताल में आकर देखा कि जो मरीज यहां पर इमरजेंसी में आएंगे उन्हें कितने मिनट में इलाज मुहैया हो पाएगा. निश्चित तौर पर वह यहां के चिकित्सकों के द्वारा मरीज को दी गई सुविधा से संतुष्ट हुए.'


उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के मुताबिक, 'कोरोना वायरस से बचाव के लिए अस्पतालों में संसाधन पुख्ता हैं. राजधानी के सभी जिला अस्पतालों में व्यवस्था पूरी की गई है और सभी अस्पतालों में बेड आरक्षित किए गए हैं, ताकि इमरजेंसी में अगर कोई भी मरीज इलाज के लिए आता है तो वहां उसे प्राथमिक इलाज बिना देरी के मिल सके. लिहाजा संक्रमितों के भर्ती और जरूरी दवाओं के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं.'

यह भी पढ़ें : अचानक मत्स्य निदेशालय पहुंचे योगी के मंत्री, अधिकारियों के खाली चैंबर देख चढ़ा पारा

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लखनऊ : राजधानी लखनऊ में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. मरीजों की संख्या में इजाफा देखते हुए प्रदेश सरकार भी अलर्ट हो गई है. मंगलवार को प्रदेश के जिलों में मॉकड्रिल शुरू हुई. इस दौरान राजधानी के बलरामपुर जिला चिकित्सालय में उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक पहुंचे. मॉकड्रिल के दौरान डिप्टी सीएम ने अस्पताल में तमाम चिकित्सा व्यवस्थाओं को देखा. महज चार से पांच मिनट में अस्पताल में इमरजेंसी में आए मरीज को प्राथमिक उपचार प्राप्त हुआ. डिप्टी सीएम ने ट्रीटमेंट कर रहे मरीज और चिकित्सकों को मॉनीटर किया. उन्होंने देखा कि वेंटिलेटर ठीक तरह से चल रहा है, ऑक्सीजन की सप्लाई है या नहीं.

राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल
राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल


कोविड मरीजों के इलाज का प्रबंध जांचने के लिए लखनऊ के अस्पतालों में मंगलवार को मॉकड्रिल हुई. बलरामपुर अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखने के लिए खुद डिप्टी सीएम मौके पर पहुंचे. डमी मरीज को भर्ती कराने की प्रक्रिया डिप्टी सीएम ने देखी, साथ ही इंतजामों की तारीफ भी की. उन्होंने देखा कि किस तरह से इमरजेंसी में आए मरीज को कितने मिनट में इलाज मुहैया हो पाएगा. इस दौरान चार से पांच मिनट में भर्ती मरीज की सभी जांचें करा दी गईं. इसके अलावा मरीज को कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया, जहां पर वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था थी. मरीज को पांच मिनट के अंदर ही पूरा प्राथमिक इलाज मिल चुका था.

राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल
राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल

उन्होंने देखा कि पीपीई किट में डॉक्टर-कर्मचारी डमी मरीज को स्ट्रेचर से सुपर स्पेशयलिटी ब्लॉक ले जा रहे हैं. सबसे पहले ऑक्सीमीटर से मरीज के पल्स जांच हुई. फिर शरीर का तापमान मापा गया. डॉक्टरों ने डमी मरीज की हालत गंभीर बताई. मरीज को वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत बताई. डॉक्टरों ने तुरंत मरीज को वेंटिलेटर पर रखा. मरीज को वार्ड में लाने से लेकर वेंटिलेटर पर रखने की प्रक्रिया में पांच से सात मिनट का समय लगा. तत्काल इलाज मिला. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अस्पताल के निदेशक डॉ. रमेश गोयल और सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता से इलाज की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा. ऑक्सीजन की आपूर्ति व खपत के बारे में जानकारी हासिल की. अस्पताल की व्यवस्थाओं की डिप्टी सीएम ने तारीफ की.

राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल
राजधानी के अस्पतालों में मॉकड्रिल

कोविड से मुकाबले को तैयार : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि 'प्रदेश के कई अस्पतालों में मॉकड्रिल हुई है. लखनऊ में करीब दस अस्पतालों में कोविड मरीज की भर्ती की व्यवस्था का अभ्यास किया गया. सभी अस्पतालों में तैयारियां पुख्ता मिलीं. कोविड से मुकाबले के लिए अस्पताल सक्षम हैं. दवा से लेकर ऑक्सीजन तक के प्रबंध ठीक मिले. उन्होंने कहा कि डॉक्टर-कर्मचारी मरीजों की सेवा में डटे हैं.'

अस्पताल में आरक्षित 10 बेड : बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि 'कोविड को लेकर अब हम एक्सपर्ट हो गए हैं. बलरामपुर जिला चिकित्सालय में कोविड को लेकर तमाम व्यवस्था पहले से ही की गई थी. अस्पताल में कोविड से बचाव के लिए सभी व्यवस्था की गई है. अलग से 10 बेड का वार्ड बनाया गया है. इन सभी बेड पर वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित की गई है. अस्पताल के निदेशक डॉ रमेश गोयल ने कहा कि 'कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि चिकित्सा व्यवस्था दुरुस्त रहे. डिप्टी सीएम बजेश पाठक ने मॉकड्रिल की शुरुआत की. अस्पताल में आकर देखा कि जो मरीज यहां पर इमरजेंसी में आएंगे उन्हें कितने मिनट में इलाज मुहैया हो पाएगा. निश्चित तौर पर वह यहां के चिकित्सकों के द्वारा मरीज को दी गई सुविधा से संतुष्ट हुए.'


उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के मुताबिक, 'कोरोना वायरस से बचाव के लिए अस्पतालों में संसाधन पुख्ता हैं. राजधानी के सभी जिला अस्पतालों में व्यवस्था पूरी की गई है और सभी अस्पतालों में बेड आरक्षित किए गए हैं, ताकि इमरजेंसी में अगर कोई भी मरीज इलाज के लिए आता है तो वहां उसे प्राथमिक इलाज बिना देरी के मिल सके. लिहाजा संक्रमितों के भर्ती और जरूरी दवाओं के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं.'

यह भी पढ़ें : अचानक मत्स्य निदेशालय पहुंचे योगी के मंत्री, अधिकारियों के खाली चैंबर देख चढ़ा पारा

Last Updated : Apr 11, 2023, 10:35 PM IST
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