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लखनऊ: इलाज के लिए दर-दर भटकते रहे परिजन, मरीज की मौत - पीजीआई

डॉक्टरों की लापरवाही ने एक महिला मरीज की जान ले ली. तीमारदार मरीज को लेकर अस्पतालों में दर दर भटकते रहे लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही ने महिला को मौत के मुंह में धकेल दिया.

इलाज न मिलने पर दर-दर भटके परिजन, मरीज की मौत
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Published : Jun 10, 2019, 10:40 PM IST

लखनऊ: लखीमपुर बीते 6 जून की रात महिला मरीज को केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया. जहां रेजिडेंट डॉक्टरों ने महिला को घंटों स्ट्रेचर पर लिटाए रखा. इसके बाद महिला मरीज को बलरामपुर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था. शुक्रवार वहां इलाज सही न होने पर पीजीआई ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई.

इलाज न मिलने पर दर-दर भटके परिजन, मरीज की मौत
  • लखीमपुर की रहने वाली महिला मरीज को इलाज के लिए केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया.
  • ट्रामा सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने मरीज को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया.
  • वहां भर्ती रहने के दौरान इलाज सही न होने पर तीमारदार महिला मरीज को लेकर पीजीआई जा रहे थे. जहां रास्ते में महिला मरीज की मौत हो गई.
  • तीमारदारों का कहना है कि 3 अस्पतालों की दौड़ लगाने के बाद इलाज न मिलने से मरीज की मौत हो गई.
  • लखीमपुर खीरी की रहने वाली महिला मरीज सावित्री हादसे में जख्मी हो गई थी.
  • जिला अस्पताल के बीते 6 जून की रात उसे केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया.
  • वहां पर रेजिडेंट डॉक्टरों ने मरीज को घंटों स्ट्रेचर पर लिटाए रखा.
  • इसके बाद देर रात महिला मरीज को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया.
  • वहां इमरजेंसी में महिला मरीज को भर्ती किया गया.

शुक्रवार दोपहर इलाज सही न होने पर तीमारदार उसे पीजीआई संस्थान ले जा रहे थे. तभी रास्ते में एंबुलेंस में महिला मरीज ने दम तोड़ दिया.
केजीएमयू बलरामपुर अस्पताल में मरीज को सही इलाज न मिलने से मरीज की हालत बिगड़ गई. ऐसे में पीजीआई ले जाते वक्त मरीज की मौत हो गई. घर वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मामले की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से करने की बात कही है.

डॉ. राजीव लोचन, निदेशक

लखनऊ: लखीमपुर बीते 6 जून की रात महिला मरीज को केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया. जहां रेजिडेंट डॉक्टरों ने महिला को घंटों स्ट्रेचर पर लिटाए रखा. इसके बाद महिला मरीज को बलरामपुर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था. शुक्रवार वहां इलाज सही न होने पर पीजीआई ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई.

इलाज न मिलने पर दर-दर भटके परिजन, मरीज की मौत
  • लखीमपुर की रहने वाली महिला मरीज को इलाज के लिए केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया.
  • ट्रामा सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने मरीज को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया.
  • वहां भर्ती रहने के दौरान इलाज सही न होने पर तीमारदार महिला मरीज को लेकर पीजीआई जा रहे थे. जहां रास्ते में महिला मरीज की मौत हो गई.
  • तीमारदारों का कहना है कि 3 अस्पतालों की दौड़ लगाने के बाद इलाज न मिलने से मरीज की मौत हो गई.
  • लखीमपुर खीरी की रहने वाली महिला मरीज सावित्री हादसे में जख्मी हो गई थी.
  • जिला अस्पताल के बीते 6 जून की रात उसे केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया.
  • वहां पर रेजिडेंट डॉक्टरों ने मरीज को घंटों स्ट्रेचर पर लिटाए रखा.
  • इसके बाद देर रात महिला मरीज को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया.
  • वहां इमरजेंसी में महिला मरीज को भर्ती किया गया.

शुक्रवार दोपहर इलाज सही न होने पर तीमारदार उसे पीजीआई संस्थान ले जा रहे थे. तभी रास्ते में एंबुलेंस में महिला मरीज ने दम तोड़ दिया.
केजीएमयू बलरामपुर अस्पताल में मरीज को सही इलाज न मिलने से मरीज की हालत बिगड़ गई. ऐसे में पीजीआई ले जाते वक्त मरीज की मौत हो गई. घर वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मामले की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से करने की बात कही है.

डॉ. राजीव लोचन, निदेशक

Intro:एंकर- लखीमपुर की रहने वाली महिला मरीज को इलाज के लिए केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया। ट्रामा सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने मरीज को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया। वहां पर भर्ती रहने के दौरान इलाज से खफा होने पर तीमारदार महिला मरीज को लेकर पीजीआई जा रहे थे। जहां रास्ते में महिला मरीज की मौत हो गई। तीमारदारो का कहना है कि 3 अस्पतालों की दौड़ लगाने के बाद मुकम्मल इलाज ना मिलने से मरीज की मौत हो गई।


Body:वी ओ - लखीमपुर की रहने वाली महिला मरीज को इलाज के लिए केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया। ट्रामा सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने मरीज को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया। वहां पर भर्ती रहने के दौरान इलाज से खफा होने पर तीमारदार महिला मरीज को लेकर पीजीआई जा रहे थे। जहां रास्ते में महिला मरीज की मौत हो गई। तीमारदारो का कहना है। कि 3 अस्पतालों की दौड़ लगाने के बाद मुकम्मल इलाज ना मिलने से मरीज की मौत हो गई।
लखीमपुर खीरी की रहने वाली महिला मरीज सावित्री हादसे में जख्मी हो गई थी। जिला अस्पताल के बीते 6 जून की रात उसे केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया। वहां पर रेजिडेंट डॉक्टरों ने मरीज को घंटों स्ट्रेचर पर लिटा रखा। इसके बाद देर रात महिला मरीज को बलरामपुर अस्पताल ठेल दिया। वहां पर इमरजेंसी में महिला मरीज को भर्ती किया गया। शुक्रवार दोपहर इलाज से खफा होने पर ईमानदार उसे पीजीआई संस्थान ले जा रहे थे। तभी रास्ते में एंबुलेंस में महिला मरीज ने दम तोड़ दिया। तीमानदार सर्वेश का कहना है। कि केजीएमयू बलरामपुर अस्पताल में मरीज को मुकम्मल इलाज ना मिलने से मरीज की हालत बिगड़ गई। ऐसे में पीजीआई ले जाते वक्त मरीज की मौत हो गई। घर वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से करने की बात कही है।

बलरामपुर अस्पताल से नहीं मिली एंबुलेंस ईमानदार सर्वेश का कहना है। मरीज को पीजीआई ले जाने के लिए अस्पताल से एंबुलेंस की मांग करी गई थी। मगर अस्पताल से एंबुलेंस नहीं मिली ऐसे में निजी एंबुलेंस से मरीज को ले जाया जा रहा था। रास्ते में उसकी मौत हो गई। तीमारदार का कहना है। कि बलरामपुर अस्पताल में इलाज में घोर लापरवाही बरती गई।

बाइट- डॉ राजीव लोचन, निदेशक, बलरामपुर अस्पताल


Conclusion:एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976
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