लखनऊ: लखीमपुर बीते 6 जून की रात महिला मरीज को केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया. जहां रेजिडेंट डॉक्टरों ने महिला को घंटों स्ट्रेचर पर लिटाए रखा. इसके बाद महिला मरीज को बलरामपुर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था. शुक्रवार वहां इलाज सही न होने पर पीजीआई ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही मौत हो गई.
- लखीमपुर की रहने वाली महिला मरीज को इलाज के लिए केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया.
- ट्रामा सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने मरीज को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया.
- वहां भर्ती रहने के दौरान इलाज सही न होने पर तीमारदार महिला मरीज को लेकर पीजीआई जा रहे थे. जहां रास्ते में महिला मरीज की मौत हो गई.
- तीमारदारों का कहना है कि 3 अस्पतालों की दौड़ लगाने के बाद इलाज न मिलने से मरीज की मौत हो गई.
- लखीमपुर खीरी की रहने वाली महिला मरीज सावित्री हादसे में जख्मी हो गई थी.
- जिला अस्पताल के बीते 6 जून की रात उसे केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा गया.
- वहां पर रेजिडेंट डॉक्टरों ने मरीज को घंटों स्ट्रेचर पर लिटाए रखा.
- इसके बाद देर रात महिला मरीज को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया.
- वहां इमरजेंसी में महिला मरीज को भर्ती किया गया.
शुक्रवार दोपहर इलाज सही न होने पर तीमारदार उसे पीजीआई संस्थान ले जा रहे थे. तभी रास्ते में एंबुलेंस में महिला मरीज ने दम तोड़ दिया.
केजीएमयू बलरामपुर अस्पताल में मरीज को सही इलाज न मिलने से मरीज की हालत बिगड़ गई. ऐसे में पीजीआई ले जाते वक्त मरीज की मौत हो गई. घर वालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मामले की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से करने की बात कही है.डॉ. राजीव लोचन, निदेशक