लखनऊ: देश भर में भले ही कोरोना वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है, लेकिन अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्हें कोरोना नाम की महामारी है भी, इस पर विश्वास नहीं है. उनका कहना है कि यह सिर्फ अफवाह फैलाई जा रहा है. कोरोना जैसी कोई चीज है ही नहीं. ट्रेन में सफर कर रहे ऐसे ही कुछ यात्रियों से ईटीवी भारत के संवाददाता ने बात की.
'नहीं फैल रहा कोरोना'
ट्रेन में सफर करने वाले यात्री सिद्धार्थ से जब पूछा गया कि तेजी से कोरोना फैल रहा है और आपने मास्क तक नहीं लगाया है तो सिद्धार्थ का जवाब था कि 'नहीं, हमको इसमें विश्वास ही नहीं है कि कोरोना फैल रहा है.' उन्होंने कहा कि यह है ही नहीं. वहीं यात्री सहीर से जब पूछा गया कि ट्रेन में साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है और कोरोना तेजी से फैल रहा है. इस पर सहीर का जवाब था कि 'नहीं, कुछ भी नहीं फैल रहा है.'
'कोरोना जैसा कुछ नहीं'
वहीं एक अन्य यात्री प्रभु शरण दास से जब कोरोना को लेकर सवाल पूछा गया तो उनका भी यही कहना था कि कोरोना जैसा कुछ नहीं है. सब अफवाह फैलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि मौसम बदल रहा है तो किसी को भी जुकाम, खांसी या हल्का सिर दर्द शुरू हो जाता है. यह सीजनल है.
मीडिया द्वारा फैलाया जा रहा भ्रम
प्रभु शरण दास ने कहा कि मीडिया द्वारा इतना भय फैला दिया जा रहा है कि किसी को जुकाम या खांसी भी आ रही है तो उसे डर लग रहा है कि कहीं कोरोना न हो गया हो. कोरोना जैसा कुछ भी नहीं है. बस लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और जो दिशा- निर्देश हैं उनका पालन करना चाहिए.
कोरोना वायरस से 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
कोरोना वायरस से अब तक विश्व में 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं. भारत में कोरोना की वजह से पांच मौतें हो गई हैं. लेकिन इसके बावजूद लोगों का यह बयान देना कि कोरोना जैसा कुछ नहीं फैल रहा है, एक परेशानी जरूर खड़ा करता है.
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