पीलीभीत : जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. दलजीत कौर के पति गुरुभाग सिंह व भाजपा नेता मंजीत सिंह के बीच इन दिनों जुबानी जंग चल रही है. दोनों एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के आरोप लगा रहे हैं. भाजपा नेता के भाई की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष और उनके पति के खिलाफ शासन स्तर पर की गई शिकायत के बाद दोनों के बीच अनबन सुर्खियों में है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला पंचायत अध्यक्ष के पति गुरुभाग सिंह ने भाजपा नेता मंजीत सिंह को भूमाफिया और ब्लैकमेलर बताया, जबकि दूसरी तरफ भाजपा नेता मंजीत सिंह ने भी वीडियो जारी कर अपनी भड़ास निकाली. जिला पंचायत अध्यक्ष के पति को 10वीं फेल करार दिया.
दलजीत सिंह नाम के युवक ने शासन स्तर पर जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर दलजीत कौर और उनके पति गुरुभाग सिंह के खिलाफ शिकायत की थी. आरोप लगाया था कि अध्यक्ष अपने पति की मदद से सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए अपने फार्म तक सरकारी नाले का निर्माण कराया. पति और ससुर के कॉलेज में सीसी रोड का निर्माण कराया. करोड़ों की बेनामी संपत्ति खरीदी. अध्यक्ष ने अपने देवर के नाम पर दर्ज गाड़ी को जिला पंचायत में किराए पर लगवा कर 24 लाख रुपए का गबन किया.
आरोपों के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. दलजीत कौर के पति गुरुभाग सिंह मीडिया के सामने आए. उन्होंने कहा कि मंजीत सिंह अपने भाई दलजीत के नाम से यह शिकायत उनके विरुद्ध करा रहे हैं. मंजीत सिंह जालसाज और भूमाफिया हैं. वह झूठे मुकदमे लिखवाते हैं. रकम ठगने का काम करते हैं. वह पूरे मामले को शासन स्तर पर ले जाएंगे. मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे.
वहीं भाजपा नेता मंजीत सिंह ने वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा. कहा कि वह पूरे मामले में आना नहीं चाहते थे. उनके बड़े भाई ने शिकायत की थी. अध्यक्ष के पति ने उनका नाम विवाद में घसीट लिया. मेरी पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं. वह निर्माण समिति की सभापति भी हैं. 3 साल से उनकी पत्नी को बैठक में नहीं बुलाया गया. उनकी पत्नी के फर्जी हस्ताक्षर जिला पंचायत अध्यक्ष के पति करते हैं. गुरुभाग सिंह पब्लिक इंटर कॉलेज में 1994 में हाईस्कूल फेल हुए थे. उन्होंने 1996 में कैसे इंटर कर लिया. कॉलेज की मान्यता लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया.
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