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चलो ऐप तो चलता नहीं, सिटी बस के पैसेंजर हो जाते हैं बेबस - सिटी बस के पैसेंजर

लखनऊ में चलने वाली सिटी बसें राजधानी में दौड़ती हैंं, उसके पीछे अभी भी पैसेंजर दौड़ते नजर आते हैं. लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने एक ऐप लॉन्च किया था, जिससे बसों की लोकेशन पैसेंजरों (location in Chalo app of city bus) को मिलने का दावा किया गया था. चलो ऐप के नाम से दिए गए इस सिस्टम पर हमेशा लोकेशन मिल ही जाए, यह होता नहीं है. इस कारण लोगों की बस अक्सर छूट जाती है. जानिए क्या है इस ऐप की प्रॉब्लम...

Etv Bharat City bus in lucknow
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Published : Dec 6, 2022, 6:50 PM IST

Updated : Dec 6, 2022, 8:16 PM IST

लखनऊ : ट्रेनों की तर्ज पर घर बैठे यात्री लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की सिटी बसों की लोकेशन ट्रैक कर सकें, इसके लिए नगरीय परिवहन निदेशालय ( Directorate of Urban Transport) ने एक ऐप की सुविधा प्रदान की थी. इस एप का नाम है चलो ऐप (CHALO APP). लखनऊ में इस चलो एप की सांसे चलते-चलते फूल जाती हैं, जिससे यात्रियों को बस की लोकेशन ट्रैक करने में दिक्कत होती है. ऐसे में लोगों की बस छूट भी जाती है. इसकी शिकायत मिलने पर लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने ऐप मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को कनेक्टिविटी बेहतर करने के निर्देश दिए हैं.

लखनऊ के आलमबाग निवासी सुशील अवस्थी अवध चौराहा से दिलकुशा कॉलोनी तक रोजाना सफर करते हैं. उन्हें ऐप से बसों की लोकेशन नहीं मिलती है. सुशील का कहना है कि सप्ताह में पांच दिन चलो ऐप खराब ही रहता है. इस तरह की समस्या पीएमआई कंपनी की नई इलेक्ट्रिक बसों में ज्यादा आ रही है. सुरेंद्र नगर निवासी संदीप मिश्रा भी हर रोज पॉलिटेक्निक से हजरतगंज तक पीएमआई कंपनी की नई इलेक्ट्रिक बसों से सफर करते हैं. उन्होंने भी चलो एप डाउनलोड कर रखा है लेकिन यह अक्सर दगा दे जाता है. घर बैठे तो बस की लोकेशन ट्रैक हो जाती है लेकिन अचानक यह ऐप ही बंद हो जाता है. उसके बाद लोकेशन मिलना असंभव हो जाता है.

लखनऊ समेत प्रदेश के कुल 14 शहरों की सिटी बसें चलती हैं. इनमें से 8 शहरों में सिटी बस के मुसाफिरों को चलो एप की सुविधा मिलती है. इस ऐप से सिटी बसों के यात्रियों को काफी सहूलियत मिलती है. यात्री को शहर में जिस रूट पर यात्रा करनी होती है, वह घर बैठे उस रूट की बस की लोकेशन ट्रेस कर सकते हैं. इससे उनकी समय की बचत होती है. जब बस पकड़नी हो उसी समय वे घर से निकलते हैं. इस समय लखनऊ के यात्रियों को इस ऐप से सुविधा तो कम मिल पा रही है, असुविधा ज्यादा हो रही है. बस के इंतजार में यात्री खड़े रह जाते हैं लेकिन लोकेशन ही ट्रैक नहीं हो पाती है. बस रवाना हो जाती है. पीएमआई कंपनी की इलेक्ट्रिक बसों में यह बड़ी दिक्कत सामने आ रही है. उनमें चलो ऐप की डिवाइस लगी तो है लेकिन काम ही नहीं करती. बीच में ही नेटवर्क गायब हो जाता है और लोकेशन गायब हो जाती है, जिससे यात्रियों को दिक्कत हो रही है. सिटी बस प्रशासन का कहना है कि इसके लिए मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को पत्र भेजा गया है.

जानकारी देते संवाददाता अखिल.
नगरीय परिवहन निदेशालय ( Directorate of Urban Transport) के अधिकारी बताते हैं कि लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की इलेक्ट्रिक बसें 14 शहरों में संचालित हो रही हैं. इनमें से करीब आठ से ज्यादा शहरों में चलो ऐप की सुविधा भी यात्रियों को उपलब्ध कराई जा रही है. लखनऊ, कानपुर, आगरा, बनारस, मेरठ, मथुरा और प्रयागराज में पहले ही चलो ऐप की सुविधा यात्रियों को दी गई है. एक दिन पहले ही अब झांसी और गोरखपुर में भी सिटी बसों से सफर करने वाले यात्रियों को यह सुविधा प्रदान की गई है. अब पांच और शहरों में इस ऐप की सुविधा जल्द यात्रियों को दी जाएगी. नगरीय परिवहन निदेशालय के अधिकारी बताते हैं कि चलो ऐप की सेवाएं लेने पर किसी तरह का कोई भुगतान नहीं करना पड़ता है. यह सेवा पूरी तरह से मुफ्त है. कंपनी को चलो एप के जरिए विज्ञापन मिलते हैं यही कम्पनी की कमाई का माध्यम है. लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आर.के. त्रिपाठी का कहना है कि चलो एप की समस्या सामने आ रही है. पीएमआई कंपनी की इलेक्ट्रिक बसों की कनेक्टिविटी में कभी-कभी समस्या हो जाती है. मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को इस समस्या का शीघ्र समाधान करने के लिए कहा गया है. सिटी बस के अधिकारी लगातार कंपनी से संपर्क में हैं, जल्द यात्रियों की ये दिक्कत दूर होगी. पढ़ें : भारतीय संस्कृति प्रेम : 40वीं सालगिरह पर इटालियन जोड़े ने ताज के साए में लिए सात फेरे

लखनऊ : ट्रेनों की तर्ज पर घर बैठे यात्री लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की सिटी बसों की लोकेशन ट्रैक कर सकें, इसके लिए नगरीय परिवहन निदेशालय ( Directorate of Urban Transport) ने एक ऐप की सुविधा प्रदान की थी. इस एप का नाम है चलो ऐप (CHALO APP). लखनऊ में इस चलो एप की सांसे चलते-चलते फूल जाती हैं, जिससे यात्रियों को बस की लोकेशन ट्रैक करने में दिक्कत होती है. ऐसे में लोगों की बस छूट भी जाती है. इसकी शिकायत मिलने पर लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ने ऐप मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को कनेक्टिविटी बेहतर करने के निर्देश दिए हैं.

लखनऊ के आलमबाग निवासी सुशील अवस्थी अवध चौराहा से दिलकुशा कॉलोनी तक रोजाना सफर करते हैं. उन्हें ऐप से बसों की लोकेशन नहीं मिलती है. सुशील का कहना है कि सप्ताह में पांच दिन चलो ऐप खराब ही रहता है. इस तरह की समस्या पीएमआई कंपनी की नई इलेक्ट्रिक बसों में ज्यादा आ रही है. सुरेंद्र नगर निवासी संदीप मिश्रा भी हर रोज पॉलिटेक्निक से हजरतगंज तक पीएमआई कंपनी की नई इलेक्ट्रिक बसों से सफर करते हैं. उन्होंने भी चलो एप डाउनलोड कर रखा है लेकिन यह अक्सर दगा दे जाता है. घर बैठे तो बस की लोकेशन ट्रैक हो जाती है लेकिन अचानक यह ऐप ही बंद हो जाता है. उसके बाद लोकेशन मिलना असंभव हो जाता है.

लखनऊ समेत प्रदेश के कुल 14 शहरों की सिटी बसें चलती हैं. इनमें से 8 शहरों में सिटी बस के मुसाफिरों को चलो एप की सुविधा मिलती है. इस ऐप से सिटी बसों के यात्रियों को काफी सहूलियत मिलती है. यात्री को शहर में जिस रूट पर यात्रा करनी होती है, वह घर बैठे उस रूट की बस की लोकेशन ट्रेस कर सकते हैं. इससे उनकी समय की बचत होती है. जब बस पकड़नी हो उसी समय वे घर से निकलते हैं. इस समय लखनऊ के यात्रियों को इस ऐप से सुविधा तो कम मिल पा रही है, असुविधा ज्यादा हो रही है. बस के इंतजार में यात्री खड़े रह जाते हैं लेकिन लोकेशन ही ट्रैक नहीं हो पाती है. बस रवाना हो जाती है. पीएमआई कंपनी की इलेक्ट्रिक बसों में यह बड़ी दिक्कत सामने आ रही है. उनमें चलो ऐप की डिवाइस लगी तो है लेकिन काम ही नहीं करती. बीच में ही नेटवर्क गायब हो जाता है और लोकेशन गायब हो जाती है, जिससे यात्रियों को दिक्कत हो रही है. सिटी बस प्रशासन का कहना है कि इसके लिए मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को पत्र भेजा गया है.

जानकारी देते संवाददाता अखिल.
नगरीय परिवहन निदेशालय ( Directorate of Urban Transport) के अधिकारी बताते हैं कि लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की इलेक्ट्रिक बसें 14 शहरों में संचालित हो रही हैं. इनमें से करीब आठ से ज्यादा शहरों में चलो ऐप की सुविधा भी यात्रियों को उपलब्ध कराई जा रही है. लखनऊ, कानपुर, आगरा, बनारस, मेरठ, मथुरा और प्रयागराज में पहले ही चलो ऐप की सुविधा यात्रियों को दी गई है. एक दिन पहले ही अब झांसी और गोरखपुर में भी सिटी बसों से सफर करने वाले यात्रियों को यह सुविधा प्रदान की गई है. अब पांच और शहरों में इस ऐप की सुविधा जल्द यात्रियों को दी जाएगी. नगरीय परिवहन निदेशालय के अधिकारी बताते हैं कि चलो ऐप की सेवाएं लेने पर किसी तरह का कोई भुगतान नहीं करना पड़ता है. यह सेवा पूरी तरह से मुफ्त है. कंपनी को चलो एप के जरिए विज्ञापन मिलते हैं यही कम्पनी की कमाई का माध्यम है. लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आर.के. त्रिपाठी का कहना है कि चलो एप की समस्या सामने आ रही है. पीएमआई कंपनी की इलेक्ट्रिक बसों की कनेक्टिविटी में कभी-कभी समस्या हो जाती है. मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड को इस समस्या का शीघ्र समाधान करने के लिए कहा गया है. सिटी बस के अधिकारी लगातार कंपनी से संपर्क में हैं, जल्द यात्रियों की ये दिक्कत दूर होगी. पढ़ें : भारतीय संस्कृति प्रेम : 40वीं सालगिरह पर इटालियन जोड़े ने ताज के साए में लिए सात फेरे
Last Updated : Dec 6, 2022, 8:16 PM IST
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