लखनऊः बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में मैं शैक्षणिक सत्र से अब नौकरी पेशा व्यक्तियों को पार्ट टाइम पीएचडी करने का मौका मिलेगा. विश्वविद्यालय अब पार्ट टाइप एचडी (Part time PhD with job) शुरू करने की तैयारी करेगा. विश्वविद्यालय में एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इस नए प्रस्ताव पर मोहर लगा दी है. नए सत्र से अब सरकारी नौकरी व प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी करने वाले कोई भी व्यक्ति इस पार्ट टाइप एचडी में प्रवेश ले सकेंगे.
बीबीएयू (Baba Saheb Bhimrao Ambedkar University) में करीब 26 विभाग संचालित है या नियमित पीएचडी करने के साथ कई अंडरग्रैजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स भी चलते हैं नए सत्र से पार्ट टाइम पीएचडी करने की योजना बनाई गई है इसके लिए हर विभाग में 20 फ़ीसदी सीटें बढ़ाई जाएगी. इन्हीं सीटों पर पार्ट टाइम पीएचडी में प्रवेश दिया जाएगा. विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि नियमित पीएचडी में काम से कम 3 सालों में थीसिस जमा करने का प्रावधान है.
पार्ट टाइम पीएचडी में 4 सालों में किसी जमा कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के बाद अभ्यर्थियों को नौकरी मिल जाती है. लेकिन उनकी पीएचडी करने की इच्छा होती है पर नौकरी के साथ वह इसे पूरा नहीं कर सकते हैं. पर विश्वविद्यालय में नियमित पीएचडी की वजह से उनका यह सपना अधूरा रह जाता है, अब पार्ट टाइम पीएचडी की व्यवस्था होने से पीएचडी करने का छात्रों का सपना पूरा होगा.
अंग्रेजी विषय में स्नातक की पढ़ाई होगी शुरू: कल सचिन ने बताया कि इसके अलावा एकेडमिक काउंसिल की बैठक में विश्वविद्यालय के अमेठी कैंपस में संचालित अंग्रेजी विषय में अब नए सत्र से स्नातक की पढ़ाई भी शुरू होगा अकादमी काउंसिल में इस प्रस्ताव पर भी मुहूर्त लगा दी गई है इससे पहले केवल पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में ही अंग्रेजी में दाखिला लिया जाता था. लेकिन नए सत्र से स्नातक विषय में भी इस विषय में दाखिले होंगे. मुख्य कैंपस में संचालित संस्कृत विषय में भी स्नातक के कोर्ट संचालित करने की योजना शुरू की गई है.
10 जनवरी तक कॉलेज को अपलोड करने होंगे प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक: लखनऊ विश्वविद्यालय में अपने विषम सेमेस्टर परीक्षा 2023 के तहत आंतरिक, मौखिक एवं प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक 10 जनवरी तक अपलोड करने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए परीक्षा विभाग की ओर से सभी विभागाध्यक्ष और डिग्री कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भेज दिया गया है. स्नातक और परास्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों के परीक्षा फल घोषित करने के लिए कॉलेज और विभागों को विश्वविद्यालय के पोर्टल पर प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक अपलोड करने होंगे. साथ ही इसकी हार्ड कॉपी भी विश्वविद्यालय को जमा करना होगा.