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अभिभावकों ने की 9 से 12वीं के स्कूलों को बंद करने की मांग

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को देखते हुए अभिभावक लगातार 9 से 12 तक के स्कूलों को बंद करने कर रहे हैं. माध्यमिक शिक्षा विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है. आरोप यह भी है कि निजी स्कूलों के दबाव में माध्यमिक शिक्षा विभाग चुप्पी साधे बैठा रहा है.

माध्यमिक शिक्षा विभाग.
माध्यमिक शिक्षा विभाग.
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Published : Apr 3, 2021, 6:09 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश का माध्यमिक शिक्षा विभाग गहरी नींद सो रहा है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए अभिभावक लगातार 9 से 12 तक के स्कूलों को बंद करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. आलम यह है कि निजी स्कूल संगठन ने 11 अप्रैल तक कक्षा 9 से 12 तक की ऑफलाइन क्लासेस बंद करने की घोषणा कर दी, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग अभी तक कोई फैसला नहीं कर पाया है. इसके चलते सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों को अपना जीवन दांव पर लगाना पड़ रहा है.

छुट्टी होने पर स्कूल से घर जाते छात्र.
छुट्टी होने पर स्कूल से घर जाते छात्र.

निजी स्कूलों ने 24 घंटे पहले कर दी घोषणा

अनऐडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन की ओर से शुक्रवार दोपहर में ही इसकी घोषणा कर दी गई है. इसके मुताबिक 11 अप्रैल तक 12वीं तक के सभी निजी स्कूल बंद रहेंगे. 5 अप्रैल से ऑनलाइन क्लासेज शुरू की जाएगी.

8वीं तक के स्कूल पहले ही कर दिए गए बंद

वैसे तो स्कूल बंद करने या खोलने के संबंध में फैसला बेसिक शिक्षा विभाग या माध्यमिक शिक्षा विभाग ही लेता रहा है, लेकिन कोरोना की आकस्मिक स्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय से इस संबंध में घोषणा की जा रही है. मुख्यमंत्री की ओर से कक्षा 1 से 8 तक के सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने की घोषणा शुक्रवार को ही कर दी गई है.

इसे भी पढ़ें- अभिभावक बोलेः मंत्री-सांसदों के हैं निजी स्कूल, कैसे मिलेगा फीस नियंत्रण कानून का लाभ

संक्रमण के बाद भी खुले स्कूल

राजधानी में कई स्कूलों में संक्रमण के मामले सामने आने के बाद भी 9 से 12 तक की कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है. अभिभावकों की ओर से बाहर बाहर स्कूलों को बंद किए जाने की मांग उठ रही है, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया.

कर सकते हैं सिफारिश

माध्यमिक शिक्षा विभाग के एक उच्च अधिकारी ने एक बयान जारी किया है. इसमें 9 से 12 तक की कक्षाओं को भी बंद करने की सिफारिश करने की बात कही गई है. उम्मीद जताई है कि शनिवार शाम तक इसकी घोषणा हो जाएगी.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश का माध्यमिक शिक्षा विभाग गहरी नींद सो रहा है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए अभिभावक लगातार 9 से 12 तक के स्कूलों को बंद करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. आलम यह है कि निजी स्कूल संगठन ने 11 अप्रैल तक कक्षा 9 से 12 तक की ऑफलाइन क्लासेस बंद करने की घोषणा कर दी, लेकिन माध्यमिक शिक्षा विभाग अभी तक कोई फैसला नहीं कर पाया है. इसके चलते सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों को अपना जीवन दांव पर लगाना पड़ रहा है.

छुट्टी होने पर स्कूल से घर जाते छात्र.
छुट्टी होने पर स्कूल से घर जाते छात्र.

निजी स्कूलों ने 24 घंटे पहले कर दी घोषणा

अनऐडेड प्राइवेट स्कूल्स एसोसिएशन की ओर से शुक्रवार दोपहर में ही इसकी घोषणा कर दी गई है. इसके मुताबिक 11 अप्रैल तक 12वीं तक के सभी निजी स्कूल बंद रहेंगे. 5 अप्रैल से ऑनलाइन क्लासेज शुरू की जाएगी.

8वीं तक के स्कूल पहले ही कर दिए गए बंद

वैसे तो स्कूल बंद करने या खोलने के संबंध में फैसला बेसिक शिक्षा विभाग या माध्यमिक शिक्षा विभाग ही लेता रहा है, लेकिन कोरोना की आकस्मिक स्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय से इस संबंध में घोषणा की जा रही है. मुख्यमंत्री की ओर से कक्षा 1 से 8 तक के सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने की घोषणा शुक्रवार को ही कर दी गई है.

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संक्रमण के बाद भी खुले स्कूल

राजधानी में कई स्कूलों में संक्रमण के मामले सामने आने के बाद भी 9 से 12 तक की कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है. अभिभावकों की ओर से बाहर बाहर स्कूलों को बंद किए जाने की मांग उठ रही है, लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई फैसला नहीं लिया गया.

कर सकते हैं सिफारिश

माध्यमिक शिक्षा विभाग के एक उच्च अधिकारी ने एक बयान जारी किया है. इसमें 9 से 12 तक की कक्षाओं को भी बंद करने की सिफारिश करने की बात कही गई है. उम्मीद जताई है कि शनिवार शाम तक इसकी घोषणा हो जाएगी.

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